(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kundali: आपके सपनों का राजकुमार कैसा होगा? कुंडली से जान सकते हैं इस प्रश्न का उत्तर
Kundali: शादी विवाह का मुहूर्त आरंभ होने वाला है. विवाह के लिए अच्छे वर या वधु की तलाश में हैं, तो ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के माध्यम से आप वर और वधु के बारे में पता लगा सकते हैं. कैसे? जानते हैं.
Kundli, Astrology: आपके मन में भी यदि ये सावल है कि 'जीवनसाथी दिखने में कैसा होगा?' तो इस प्रश्न का उत्तर मिल सकता है. इस प्रश्न का उत्तम आपकी कुंडली में छिपा है. यदि आपकी कुंडली है तो आप देखकर पता लगा सकते हैं कि आपका जीवन साथी दिखने में कैसा होगा-
पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार लोगों का अक्सर प्रश्न होता है कि उनका जीवनसाथी दिखने में कैसा होगा. कुंडली को देखकर काफी हद तक इसका पता लगाया जा सकता है. आप इन ग्रहों से यह जान सकते हैं कि आपका जीवनसाथी दिखने में कैसा होगा. उसका स्वभाव भी कैसा होगा?
गेहुंआ रंग का होगा जीवनसाथी
ज्योतिषशास्त्र के नियमानुसार जन्मपत्री में सूर्य सातवें या पहले घर में बैठा हो तब जीवनसाथी का रंग गेहुंआ होता है. इस बात की संभावना प्रबल रहती है कि व्यक्ति का जीवनसाथी सामान्य कदकाठी का होने के साथ उसकी वाणी गंभीर होती है. इनके चेहरे पर ओज, व्यवहार में क्रोधी होते हैं.
चंद्रमा दिलाता है रूपवती पत्नी
जिस पुरुष की कुण्डली में चन्द्रमा सातवें घर में होता है उन्हें रुपवती पत्नी मिलती है. ठीक इसी प्रकार कन्याओं को भी सुंदर और चंचल पति प्राप्त होता है. जीवनसाथी की आंखें बड़ी, व्यवहार में सौम्यता एवं शीतलता रहती है. कल्पनाशीलता और कलात्मक अभिरुचि भी इनमें रहती है. इनके जीवनसाथी को सर्दी जुकाम की शिकायत अधिक होती है.
मंगल हो तो जीवनसाथी को आता है गुस्सा
ज्योतिषशास्त्र में मंगल को क्रोधी, उग्र ग्रह माना गया है. जिनकी कुण्डली में सातवें घर में मंगल होता है उन्हें मांगलिक दोष लगता है. साथ ही इनका जीवनसाथी क्रोधी तथा उग्र स्वभाव का होता है. मंगल अगर शुभ है तो जीवनसाथी सुडौल, आकर्षक होता है जबकि मंगल के प्रतिकूल होने पर जीवनसाथी दुबला पतला, चिड़चिड़ा हो सकता है. इनमें साहस और उत्साह की कमी होगी.
रोमांटिक जीवनसाथी कब मिलता है
कुंडली के सातवें घर में बैठा बुध यह बताता है कि व्यक्ति का जीवनसाथी समझदार, सुंदर होगा. ऐसे व्यक्ति के जीवनसाथी काफी रोमांटिक, बातचीत की कला में निपुण होते हैं. लेकिन कुण्डली में बुध अनुकूल नहीं हो तो जीवनसाथी कम शिक्षित तथा सामान्य रुप रंग का होता है.
गुरु दिलाता है प्रभावशाली जीवनसाथी
गुरु जिनकी कुण्डली में सातवें घर में होता है उनका जीवनसाथी गोरे रंग का होता है लेकिन चेहरे पर पीली आभा रहती है. इनकी आवाज प्रभावशाली, शरीर मांसल होता है. धर्म-कर्म के प्रति इनमें आस्था रहती है.
शौकीन होता है ऐसे लोगों का जीवनसाथी
अगर आपकी कुण्डली में सातवें घर में शुक्र बैठा है तो यह समझ लीजिए आपका जीवनसाथी शौकीन तथा रोमांटिक होगा. रंग रुप में आकर्षक, कला के प्रति इनकी रुचि होगी. यह सौन्दर्यप्रिय तथा भौतिक सुख सुविधा के साथ जीवन जीने वाले होते हैं.
अधिक उम्र का जीवनसाथी
जिस व्यक्ति की जन्मकुण्डली में शनि सातवें घर में विराजमान होते हैं. उनका जीवनसाथी अधिक उम्र का होता है. अगर उम्र कम भी हो तब भी बड़े दिखते हैं. इनका जीवनसाथी दिखने में सांवला स्वभाव चिड़चिड़ा होता है. शनि अगर तुला या मकर राशि में हो तो जीवनसाथी दिखने में आकर्षक हो सकता है.
जन्म कुंडली के केन्द्र भाव
पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार जब कोई ग्रह अपनी स्वयं उच्च राशि में केन्द्र भाव में स्थित होता है तो रूचक योग, भद्रयोग, हंस योग, मालव्य योग तथा शश योग में पंचमहापुरुष योग बनते हैं, इनमें सूर्य, चन्द्रमा, राहु-केतु को शामिल नहीं किया जाता, इसलिए अन्य पांच ग्रहों से ये योग बनने के कारण इन्हें ‘पंच महाप्रमुख योग‘ कहा जाता है. इसके प्रत्येक योग से जातक के व्यक्तित्व, उसकी प्रकृति, चलन आदि की पहचान होती है. ज्योतिष में इसकी जानकारी ज्ञात की जा सकती है.
Astrology: जीवन साथी कैसा होगा? कुंडली के इस घर में बैठे ये ग्रह देते हैं संपूर्ण जानकारी