Lakshmi ji: पंचांग के अनुसार 11 नवंबर 2022 को शुक्रवार है. शास्त्रों में शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है. यानि इस दिन लक्ष्मी जी की विशेष पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. लक्ष्मी जी कृपा से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है.इसके साथ ही धन की कमी दूर होती है और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है.
मार्गशीर्ष मास आरंभ हो चुका है (Agrahayana 2022)
हिंदू कैलेंडर का नौवां महीना मार्गशीर्ष है. इसे अगहन और अग्रहायण के नाम से जाना जाता है. इस मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष है. लक्ष्मी जी भगवान विष्णु की पत्नी हैं. इसलिए इस मास में लक्ष्मी जी की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है.
12 नवंबर शुक्रवार को बन रहा है विशेष संयोग (Pnachang 12 November 2022)
लक्ष्मी जी की पूजा के लिए पंचांग के अनुसार 12 नवंबर 2022, शुक्रवार को विशेष संयोग बन रहा है. इस दिन मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया है, जो रात्रि 8 बजाकर 19 मिनट तक रहेगी. खास बात ये है इसीदिन चतुर्थी की तिथि भी लग रही है. चतुर्थी की तिथि लगने के कारण इस दिन लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की भी पूजा का उत्तम संयोग बन रहा है. रात्रि के समय लक्ष्मी जी की पूजा कर सकते हैं. इस दिन शिव योग है जो रात्रि 9 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.
शुक्र की राशि वृषभ में चंद्रमा का गोचर (Moon Transit November 2022)
वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं. शुक्र को सुख-समृद्धि कारक माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कलियुग में शुक्र की स्थिति का विशेष महत्व है. कुंडली में यदि शुक्र शुभ है तो उस पर लक्ष्मी जी की विशेष कृपा रहती है. पंचांग के अनुसार शुक्र के दिन शाम 6 बजकर 17 मिनट तक चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा.
चंद्रमा की उच्च राशि है वृषभ (Moon in Taurus)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृष राशि में चंद्रमा उच्च का माना जाता है. यानि वृषभ राशि चंद्रमा की प्रिय राशि है. चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. पौराणिक मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा पर जब अमृत बरसता है, इस दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं. चंद्रमा के वृषभ राशि में होने के कारण इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष शुभ संयोग बना है.
लक्ष्मी जी कहां रहती हैं? (Laxmi Puja 2022)
शास्त्रों में शंख को सभी तीर्थस्थलों का निवास बताया गया है.लक्ष्मी जी स्वयं कहती हैं कि जिस घर में शंख है, वे उस घर में अवश्य निवास करती हैं. सभी प्रकार के शंखों में दक्षिणावर्ती शंख को श्रेष्ठ बताया गया है. जिस घर में दक्षिणावर्ती शंख होता है, विधि पूर्वक शंख की पूजा की जाती है, वहां पर लक्ष्मी जी का निवास होता है. इस शंख के घर में होने से दरिद्रता दूर होती है, सुख-शांति और समृद्धि आती है.
शुक्रवार उपाय (Shukrawar Upay)
लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है. इस दिन आप ये उपाय कर, लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर सकते हैं-
- शुक्रवार का व्रत रखने से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन सुबह और शाम के समय लक्ष्मी जी की पूजा करना शुभ माना गया है.
- इस दिन इन मंत्रों का जाप करें- “ॐ शुं शुक्राय नम:” या “ॐ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहं”.
- सफेद रंग की चीजों का दान करें, लक्ष्मी जी को सफेद रंग अधिक प्रिय है. शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान जीवन में समृद्धि लाता है.
- शुक्रवार के दिन चींटियों और गाय को आटा खिला से सौभाग्य में वृद्धि होती है.
इन बातों का रखें ध्यान
- लक्ष्मी जी की कृपा पाना चाहते हैं तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें.
- लक्ष्मी जी को गंदगी पसंद नहीं है.
- जहां पर शांति और प्रेम नहीं होता है, उस स्थान को लक्ष्मी जी बहुत जल्द छोड़कर चली जाती हैं.
- लोभ करने वालों को लक्ष्मी जी अपना आशीर्वाद नहीं देती हैं.
- जो दूसरों की निंदा करते हैं, धन का प्रयोग दूसरों को हानि पहुंचाने के लिए करते हैं उन्हें भी लक्ष्मी जी छोड़कर चली जाती हैं.
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