Lal Kitab Ke Totke: ज्योतिष हर ग्रह का एक विशेष महत्व बताया गया है. बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु कहा जाता है. कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति खराब हो तो  व्यक्ति को नौकरी और विवाह में परेशानी का सामना करना पड़ता है. लाल किताब में बृहस्पति को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. बृहस्पति ग्रह मान, प्रतिष्ठा और उत्पत्ति का कारक है लेकिन अशुभ स्थिति में होने इसके सारे गुण खत्म हो जाते हैं. पीड़ित गुरु की वजह से जातकों को विभिन्न क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. 


कमजोर गुरु बढ़ाता है परेशानी


पीड़ित गुरु के कारण की वजह से व्यक्ति की तरक्की रुक जाती है. उसे कार्यों में कई तरह की बाधा का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह से शिक्षा के क्षेत्र में भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पीड़ित गुरु व्यक्ति को शारीरिक कष्ट देता है. कुंडली में बृहस्पति ग्रह अशुभ हो तो व्यक्ति को पेट से सबंधित बीमारियों का खतरा रहता है. लाल किताब के अनुसार जब कुंडली में बृहस्पति पीड़ित हो तो जातक को नेत्र में पीड़ा होने लगती है, सपने में सर्प दिखाई देता है और व्यक्ति के मान-सम्मान में हानि होने लगती है.


लाल किताब के उपाय


लाल किताब में गुरु की शांति के कुछ आसान उपाय बताए गए हैं जिसे कोई भी अपना सकता है. जन्म कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर हो तो पीले रंग के धागे में हल्दी की गांठ बांधकर दायीं भुजा पर बांधना चाहिए. 27 गुरुवार तक केसर का तिलक लगाना जातक के लिए फायदेमंद रहता है. पीले रंग के कपड़े या कागज में केसर की पुड़िया बनाकर अपने पास रखना चाहिए. गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना चाहिए. घर में पीले सूरजमुखी का पौधा लगाने से शुभ फल मिलते हैं.


Thursday Upay: गुरुवार के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये काम, सुख-संपत्ति का होता है नाश


Guru Mantra: गुरुवार के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप, हर बाधा होगी दूर


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.