Laxmi Narayan Yog: बुध और शुक्र की युति से बनता है लक्ष्मी नारायण योग, कला, मनोरंजन और बिजनेस में दिलाता है अपार सफलता
Laxmi Narayan Yog: 16 जुलाई 2021 को शुक्रवार का दिन है. शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी का दिन माना जाता है. जन्म कुंडली में जब बुध और शुक्र की युति बनती है तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है.
Laxmi Narayan Yog: ज्योतिष शास्त्र में धन से जुड़े जिन शुभ योगों के बारे में चर्चा की गई है, उनमे से एक लक्ष्मी नारायण योग भी है. इस योग के निर्माण से व्यक्ति को जीवन में लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. जीवन में धन संबंधी दिक्कतें नहीं होती है. इसके साथ ही सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है.
लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण तब होता है जब जन्म कुंडली में बुध ग्रह और शुक्र ग्रह की युति बनती है. यानि ये दोनों ग्रह जब साथ आते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि, वाणिज्य और शुक्र को लग्जरी लाइफ आदि का कारक माना गया है. जब ये योग बनता है तो व्यक्ति अपनी बुद्धि और प्रतिभा से जीवन में हर प्रकार के सुखों को प्राप्त करता है. ऐसे जातक के जीवन में धन की भी कोई कमी नहीं रहती है. इस योग के कारण व्यक्ति के आय के स्त्रोत एक से अधिक होते हैं, यानि वो कई कार्यों से धन की प्राप्ति करता है.
बुध और शुक्र से बनने वाले इस योग के कारण व्यक्ति जीवन का भी भरपूर आनंद लेता है. ऐसे व्यक्ति कला प्रेमी होते हैं. कला का सरंक्षण भी करते हैं. वहीं जब बुध और शुक्र पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि पड़ती है तो लक्ष्मी नारायण योग की में चार चांद लग जाते हैं. गुरू का साथ मिलने से ऐसा जातक अपने ज्ञान का भी लाभ प्राप्त करता है. ऐसे लोग ज्ञान और शिक्षा के मामले में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं.
लक्ष्मी नारायण योग व्यक्ति प्रतिभावान होते हैं. ऐसे लोग अपनी प्रतिभा से देश और दुनिया में भी सफलता और सराहना प्राप्त करते हैं. जब ये योग जन्म कुंडली के पंचम भाव में बनता है तो विशेष फल प्राप्त होते हैं. शिक्षा और ज्ञान के मामले में यह योग विशेष सफलता प्रदान करता है.
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