Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में इस बार राम मंदिर का मुद्दा कितना प्रभावी रहा? ज्योतिषी ने की बड़ी भविष्यवाणी
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की वोटिंग समाप्त हो चुकी है. चुनाव में लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम (EVM) में कैद हो चुकी है और अब लोग चुनाव के नतीजों को जानने के लिए उत्सुक हैं.
Lok Sabha Election Predictions 2024: लोकसभा चुनाव इस बार कई मायनों में बेहद खास रहा. 2024 का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) देश की दशा और दिशा बदलने वाला बताया जा रहा है. ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों की गणना से समझने की कोशिश करेगें कि 4 जून को जब मतों की गिनती होगी तो किस तरह के परिणाम (Lok Sabha Election Result) देखने में आ सकते हैं, आइए जानते हैं-
बृहस्पति ग्रह (Jupiter) को ज्योतिष (Astrology) में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. यह सबसे शुभ प्रकृति के ग्रह हैं. जिस भाव पर भी बृहस्पति की दृष्टि होती है, उस भाव को पुष्ट करते हैं और उससे संबंधित फलों में अच्छी बढ़ोतरी प्रदान करते हैं.
बृहस्पति अभी 1 मई को ही मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि (Vrishbha Rashi) में आए हैं लेकिन बृहस्पति तारा डूबा हुआ था, जिसका तात्पर्य है कि बृहस्पति अस्त (Guru Ast 2024) अवस्था में चले गए थे, जिससे शुभ कार्यों पर रोक लग गई थी लेकिन अब यही बृहस्पति 3 जून को उदय (Guru Uday 2024) अवस्था में आने वाले हैं. यानि कि चुनाव के नतीजे आने से ठीक एक दिन पहले गुरु का उदय हो रहा है.
लोकसभा चुनाव की मतगणना (Lok Sabha Election Counting)
भारत के लोकतंत्र (Democracy) के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में व्यस्त है लेकिन अब 4 जून को इसका निर्णय आना है और मतगणना (Vote Counting) 4 जून से शुरू होगी जब पता चलेगा कि किसकी सरकार बनने वाली है, उससे ठीक पहले 3 जून 2024 को बृहस्पति अस्त अवस्था से उदय अवस्था में आ जाएंगे, जिससे सभी शुभ कार्यों पर लगी हुई रोक दूर हो जाएगी.
बृहस्पति ग्रह एक ज्ञान प्रदायक ग्रह हैं. किसी जातक की कुंडली (Kundli) में उत्तम बृहस्पति उस जातक को ज्ञान, राजनीति, आदि की समझ प्रदान करते हैं और धन, संतान, विवाह, आदि क्रियाकलापों में अच्छी सफलता देते हैं.
यदि वर्तमान परिपेक्ष्य में बात करें तो बृहस्पति एक धार्मिक ग्रह हैं और यही बृहस्पति वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं. वृषभ राशि को बैल कहा गया है और बैल भगवान शिव के ध्वज पर भी होता है और वही भगवान शिव की सवारी भी है क्योंकि बैल को धर्म का प्रतीक कहा गया है.
लोकसभा चुनाव 2024 पर गुरु का प्रभाव! (Lok Sabha Election 2024 Result)
ऐसे में बृहस्पति की वृषभ राशि में उपस्थिति धार्मिक प्रभाव को बढ़ाएगी और शासन सत्ता प्राप्त करने में मदद करेगी. इससे स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि धार्मिक आधार पर लोगों के मन में धर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी और लोकतंत्र में सत्तासीन दल को लाभ मिल सकता है.
यह कहा जा सकता है कि बृहस्पति का यह गोचर जहां एक तरफ विपक्षी दलों को अल्प लाभ देगा वहीं सत्तासीन दल को अधिक लाभ प्रदान कर सकता है.
राम मंदिर का लोकसभा चुनाव पर कितना प्रभाव? (Lok Sabha Election 2024 and Ram Mandir)
राम मंदिर (Ram Mandir) का प्रभाव विशेष रूप से चुनावी मतगणना पर दिखाई देगा और जब मतों का परिणाम सामने आएगा तब स्पष्ट हो जाएगा कि इन चुनावों में राम मंदिर कितना बड़ा मुद्दा साबित हुआ है.
बृहस्पति महाराज सूर्य, शुक्र और बुध के साथ स्थित होंगे, जिससे शुभ ग्रहों का चतुर्ग्रही योग भी बनेगा और यह एक उत्तम सरकार (Good Government) बनने की ओर इशारा कर रहा है, जिसमें कुछ अन्य दल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे लेकिन यह स्पष्ट है कि नई सरकार मजबूत विचारों और धार्मिक आस्थाओं का पूरा ध्यान रखने वाली होगी.
महिला मतदाताओं की भूमिका अहम! (Women Voters Important Role in Lok Sabha Election 2024 )
बृहस्पति ग्रह शुक्र की राशि में और सूर्य के नक्षत्र में होंगे. सूर्य को सत्ता का कारक कहा गया है तो शुक्र ग्रह महिला प्रधान हैं. ऐसे में बृहस्पति की कृतिका नक्षत्र और वृषभ राशि (Taurus) में उपस्थिति यह दर्शाती है कि चुनावी मतगणना (Vote Counting) के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि सत्ता प्राप्त करने वाले दल को महिलाओं और क्षत्रिय मतदाताओं का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है.
इसके अतिरिक्त अभिजात वर्ग के लोगों द्वारा भी सत्तासीन दल को विशेष लाभ मिलने के योग बन सकते हैं. बृहस्पति ग्रह का यह गोचर (Guru Gochar 2024) और वृषभ राशि में बृहस्पति का उदय (Guru Uday 2024) होना देश में कुछ अच्छे समाचार लेकर आ सकता है. सरकार बनने के 90 दिनों के भीतर और चातुर्मास (Chaturmas 2024) आरंभ होने से पहले कुछ बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं. इस बात के भी संकेत मिल रहे हैं.
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