(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chandra Grahan 2021: नवंबर माह में लगने वाला चंद्र ग्रहण पूर्ण है या आंशिक, जानें इस ग्रहण से जुड़ी ये विशेष बातें
Chandra Grahan 2021: नवंबर 2021 में चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. ये ग्रहण साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण पर सूतक नियमों का पालन किया जाएगा कि नही, आइए जानते हैं.
Chandra Grahan 2021 In India Date And Time: वर्ष 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण महत्वपूर्ण माना जा रहा है. चंद्र ग्रहण का प्रभाव देश-दुनिया के साथ -साथ सभी राशियों पर भी पड़ता है. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कब लग रहा है और क्या है इसकी विशेषता आइए जानते हैं.
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण नवंबर माह में लगने जा रहा है
19 नवंबर 2021 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. पंचांग के अनुसार 19 नबंवर 2021, शुक्रवार के दिन चंद्र ग्रहण की स्थिति बन रही है. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा. चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को अहम माना गया है. इस दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा की तिथि को दान-पुण्य आदि कार्यों के लिए उत्तम माना गया है. पौराणिक कथा के अनुसार राहु और केतु जब चंद्रमा पर हमला करते हैं तो ग्रहण की स्थिति बनती है. चंद्रमा जब राहु या केतु के संपर्क आता है तो ग्रहण योग की स्थिति बनती है. ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित और कमजोर हो जाता है. यानि चंद्रमा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है.
चंद्रमा से पृथ्वी की दूरी
विज्ञान के अनुसार चंद्रमा को पृथ्वी के नजदीक माना गया है. चंद्रमा, पृथ्वी का एक उपग्रह है. पृथ्वी से लगभग 3,84,365 किलोमीटर दूर चंद्रमा की जमीन समतल नहीं है. चंद्रमा का व्यास 3,476 किलोमीटर है. चंद्रमा को पृथ्वी की 1 परिक्रमा करने में लगभग 27 दिन और 8 घंटे का समय लगता है.
चंद्र ग्रहण का समय
पंचांग के अनुसार 19 नबंवर 2021 को लगभग प्रात: 11 बजकर 30 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगेगा और शाम 05 बजकर 33 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा.
आंशिक चंद्र ग्रहण
19 नबंवर 2021 को लगने वाला साल का आखिरी चंद्र ग्रहण पूर्ण नहीं है. इसे आंशिक चंद्र ग्रहण माना जा रहा है. इस ग्रहण को उपछाया ग्रहण भी कहा जाता है. वर्ष 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण को पेनुमब्रल होगा. इसमें सूतक नियमों का पालन नहीं किया जाएगा.
सूतक काल
नबंवर माह में लगने वाले चंद्र ग्रहण में सूतक नियमों का पालन नहीं किया जाएगा. सूतक के नियमों का पालन तभी किया जाता है, जब पूर्ण चंद्र ग्रहण की स्थिति बनती है. आंशिक या छाया ग्रहण के दौरान सूतक मान्य नहीं होता है. सूतक काल में शुभ कार्यों को नहीं किया जाता है. वहीं बच्चों और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
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