Magh Month Shaniwar: माघ का महीना 26 जनवरी से शुरू हो चुका है. 24 फरवरी 2024 को यह महीना समाप्त होगा. व्रत-त्योहार के लिहाज से माघ का महीना बहुत खास माना जाता है. माघ में किए गए पूजा-पाठ और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. माघ मास में किए धार्मिक कार्य से देवी-देवता बहुत प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं. 


आज माघ मास का पहला शनिवार है. शनि दोष और साढ़ेसाती से मुक्ति पाने के लिए यह दिन बहुत खास माना जाता है. जानते हैं कि आज के दिन कौन से काम करने से शनि दोष और साढ़ेसाती से छुटकारा मिलता है.


माघ मास के पहले शनिवार पर करें ये काम




  • माघ माह का शनिवार बहुत खास माना जाता है. आज के दिन काले तिल के उपाय बहुत लाभकारी माने जाते हैं. आज थोड़ा सा काला तिल और काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें. इससे शनि देव की खास कृपा मिलती है. यह उपाय करने से शनि दोष से राहत मिलती है. 

  • आज के दिन जल में तिल मिलाकर स्नान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है. आज के दिन गुड़, तिल और कंबल का दान करने से शनि की साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव कम होता है. इन चीजों के दान से आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है.

  • माघ मास के शनिवार को दूध में काला तिल मिलाकर शनि देव के मंत्रों का जाप करते हुए इसे पीपल पर चढ़ाएं. माना जाता है कि इससे शनि की बुरी नजर नहीं पड़ती है और जीवन में आने वाली मुसीबतों से बचाव होता है.

  • माघ मास में शनिवार के दिन शनि देव की पूरे विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. आज के दिन की गई पूजा-पाठ से शनि देव अति प्रसन्न होते हैं. शनिवार के दिन पूजा करने से शनि की अशुभता दूर होती है.

  • माघ मास में आने वाले हर शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा जरुर करनी चाहिए. ऐसा करने से शनि देव की कृपा मिलती है और कुंडली से शनि दोष का प्रभाव खत्म होता है. शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ भी अवश्य करें.

  • इस दिन शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जरुर जालाएं और उसमें थोड़े से काले तील  डाल दें. इस उपाय को करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.


ये भी पढ़ें


इस दिन लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें भारत में दिखेगा या नहीं


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.