Vidur Niti in Hindi: विदुर नीति की शिक्षाएं जीवन को सुखमय और सम्मानित बनाती है. ये जीवन की हर समस्याओं को हल करती हैं. विदुर नीति में कहा गया है कि इन्सान को कभी अपनी पत्नी और विद्वान का अपमान नहीं करना चाहिए. जहां इनका अपमन होता है, वहां से लक्ष्मी नाराज होकर चली जाती है. उस घर में कभी धन की बरकत नही होती. हमेशा कंगाली बनी रहती है.  


मित्रों के सामने पत्नी का करें अपमान


महात्मा विदुर जी ने कहा है की पत्नी का हमेशा सम्मान करना चाहिए. हर पति को पत्नी के गुणों की सराहना करनी चाहिए. जो लोग अपने पत्नी की प्रशंसा करते हैं, वे श्रेष्ट होते हैं. विदुर नीति के अनुसार दूसरों के सामने पत्नी का अपमान नहीं करना चाहिए. जो व्यक्ति अपनी पत्नी की गलतियों पर उसे डाटते नहीं हैं, उन्हें ताना नहीं मरते हैं, कभी उन पर क्रोध नहीं करते है, ऐसे व्यक्ति को सम्मान प्राप्त होता है.


समझदार और श्रेष्ठ व्यक्ति पत्नी की गलती पर उसे समझाते हैं, उनकी गलतियों को दूर करने का प्रयास करते हैं, उनके मनोबल को कभी गिरने नहीं देते हैं, उन्हें हर कार्य के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं, उनका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, पत्नी के सम्मान को अपना सम्मान समझते हैं. ऐसे लोग सदैव सम्मान के पात्र होते हैं. इनमें आपसी तालमेल बना रहता है. दांपत्य जीवन सुखमय होता है. ऐसे घर परिवार में मां लक्ष्मी निवास करती है. घर में कभी धन और सुख का अभाव नहीं होता है. धन के आगमन का स्रोत सदा बना रहता है. उस परिवार से कलह का नाश होता है.


कहा भी गया है कि “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता” जहां पर नारी की पूजा (सम्मान) होता है. वहां पर देवता निवास करते हैं.


विद्वान का करें कभी अपमान


विद्वान हमेशा सम्मान के पात्र होते हैं. इनका कभी भी अपमान नहीं करना चाहिए. विदुर जी कहते हैं कि जिस घर में विद्वानों को सम्मान मिलता है. उस घर में शिक्षा, कलात्मकता और प्रतिभा का वास होता है. मां लक्ष्मी का वास होता है. इस लिए कभी भी घर पर विद्वान का अपमान नहीं करना चाहिए.  बल्कि उनके सानिध्य में रहकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए.




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