Shiv Bhasma at Home: देवों के देव महादेव को पूजा में फल-पकवान नहीं बल्कि प्रकृति से जुड़ी चीजें अर्पित करने का महत्व है. भगवान को बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि जैसी चीजें अति प्रिय हैं. कहा जाता है कि सच्चे मन से एक लोटा शुद्ध जल चढ़ाने मात्र से भी महादेव प्रसन्न हो जाते हैं.
महादेव की कई पसंदीदा चीजों में एक है 'भस्म' (Bhasma). भस्म लगाने से शिवजी प्रसन्न होते हैं. इसलिए उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) में भस्म से आरती होती है. इस आरती में साधारण भस्म नहीं बल्कि चिता की भस्म का प्रयोग किया जाता है. लेकिन आप घर पर भी कुछ पवित्र और शुद्ध चीजों से भस्म तैयार कर सकते हैं. इस भस्म को लगाने से महाकाल प्रसन्न होते हैं और दर्शन भी देते हैं. जानते हैं घर पर कैसे तैयार करें शिव भस्म.
भस्म का अर्थ (Meaning Of Bhasma)
भस्म एक तरह का पवित्र राख होता है. विभूति, रक्षा और राख सभी भस्म के ही समानार्थी शब्द हैं. ‘भस्म’ में ‘भ’ का अर्थ ‘भत्र्सनम्’ यानी ‘नाश हो’ से है. ‘स्म’ का अर्थ ‘स्मरण’. भस्म से ही पापों का नाश होकर ईश्वर का स्मरण होता है. भस्म का अर्थ है कि, शरीर नाशवान है और इसे हमेशा याद रखने का जो प्रतीक है, वही भस्म है.
इन 8 चीजों से तैयार करें शिव भस्म
घर पर शिव भस्म बनाने के लिए 13 चीजों का प्रयोग किया जाता है. शास्त्रों में इन चीजों को शुद्ध और पवित्र माना गया है. भस्म बनाने के लिए आपको इन चीजों का आवश्यकता होगी-
- गाय के गोबर के कंडे
- बेल वृक्ष की लकड़ी
- पीपल की लकड़ी
- शमी की लकड़ी
- पलाश की लकड़ी
- वट (बरगद) वृक्ष की लकड़ी
- अमलता की लकड़ी
- बेर वृक्ष की लकड़ी
- नीम की छाल
- काजू
- बदाम बड़े वाले
- शुद्ध गाय का घी
- त्रिफला चूर्ण आदि
घर पर ऐसे बनाएं भस्म (How To Make Bhasma at Home)
शास्त्रों में बताया गया है कि, शिव भस्म बनाने के लिए शुदध वातावरण और पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखते हुए इसे घर पर बनाएं. घर पर बनाए गए भस्म को शिवाग्नि भी कहा जाता है. भस्म बनाने के लिए सबसे पहले ऊपर बताई गई 13 चीजों को एकत्रित कर इसे जलाकर राख बना लें. अब इसमें सफेद भाग को अलग कर लें. यही सफेद भाग भस्म है, जोकि शिवजी की पूजा में लगाया जाता है.
इस बात का ध्यान रखें कि भस्म तैयार करते समय '।।ॐ अघोरेभ्यो अथ घोरेभ्यो घोर घोरतरेभ्यः सर्वतः सर्व सर्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररूपेभ्यः।।' मंत्र का उच्चारण करें. मंत्र का उच्चारण आपको भस्म बनाने के दौरान तबतक करना है, जबतक कि भस्म बनकर तैयार न हो जाए.
ऐसे करें शिव भस्म का इस्तेमाल, दर्शन देंगे महाकाल
- घर पर बनाए इस शिव भस्म से शिवलिंग पर तीन आड़ी रेखाएं यानी त्रिपुण्ड्र बनाते हुए लगाएं.
- शिवजी को भस्म लगाने के बाद खुद भी भस्म लगाएं और शिव पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का 3 बार जाप करें. पहले भस्म को अपने मस्तक, दोनों भुजाओं और ह्रदय में लगाएं फिर कान और नाभि आदि स्थानों पर त्रिपुण्ड्र लगाएं.
- अब शिव जी के सामने बैठकर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 1100 बार जाप करें. मान्यता है कि इस विधि से भस्म का प्रयोग करने पर महाकाल दर्शन देते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
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