Mahashivratri: महाशिवरात्रि हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है. महाशिवरात्रि का त्यौहार 18 फरवरी को मनाया जाएगा. शिव भक्तों को इस दिन का विशेष महत्व होता है. भारत के कई हिस्सों में, महाशिवरात्रि को बहुत भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की श्रद्धा पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. शिव जी के आशीर्वाद लिए इस दिन भक्त बड़ी संख्या में मंदिर आते हैं. शिव को प्रसन्न करने के लिए आज के दिन तरह तरह के उपाय किए जाते हैं. भोलेनाथ की पूजा में इस एक रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
शिवरात्रि की पूजा में ना करें इस रंग का इस्तेमाल
भगवान शंकर को काला रंग बिल्कुल भी पसंद नहीं है. महाशिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़े पहनना पूरी तरह वर्जित माना गया है. मान्यताओं के मुताबिक काले रंग के कपड़े शिव जी को बिल्कुल पसंद नहीं हैं. खासतौर से जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं उन्हें काला या फिर किसी भी गहरे रंग के कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए. इस दिन पूजा में साफ और धुले कपड़े पहनने चाहिए.
शिवरात्री के दिन हरे रंग का कपड़ा पहनना बहुत शुभ माना जाता है. भोलेनाथ की पूजा में हरे रंग के इस्तेमाल से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. हरे रंग के सूती कपड़ों के अलावा इस दिन लाल, सफेद,पीला और संतरी रंग के कपड़े पहनना भी बहुत शुभ माना जाता है. शिवरात्रि की पूजा में लड़कों का धोती पहनना अच्छा माना जाता है.
शिवरात्रि व्रत की पूजा-विधि
इस दिन मिट्टी के लोटे में पानी या दूध भरकर, ऊपर से बेलपत्र, आक-धतूरे के फूल, चावल आदि डालकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए. अगर आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं है, तो आप घर में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा कर सकते हैं. इस दिन शिव चालीसा, शिव पुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र या शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप अवश्य करें. महाशिवरात्री के दिन रात्रि जागरण का भी विधान है.
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