Makar Lagna : मकर का अर्थ है मगर. मगर के स्वभाव से तो सभी परचित हैं. मगर एक आलसी जीव माना जाता है. लेकिन उसकी नजरें हमेशा अपने लक्ष्य पर रहती हैं. इनके हाथों की पकड़ भले ही बहुत अच्छी न हो लेकिन परमात्मा ने मुख और दाँत बहुत मजबूत दिये हैं. मगर जिस भी चीज को पकड़ लेता है फिर उसे कोई छुड़ा नहीं सकता है. स्किन मोटी होती है इसलिए संवेदनशील कम होते हैं.


शनि होते हैं इस राशि के स्वामी
मकर राशि कालपुरुष की कुंडली में कर्म भाव में आती है. उतराषाढ़ा के तीन चरण, श्रवण के चार चरण और धनिष्ठा नक्षत्र के दो चरण से मिलकर इस राशि का निर्माण हुआ है. मकर राशि का स्वामी शनि होता है अर्थात इस लग्न वालों का लग्नेश शनि होता है. मकर राशि दक्षिण दिशा की स्वामी और पृथ्वी तत्व की सौम्य राशि  है. चर राशि होने के कारण मकर के जातकों को यात्रा करना बहुत भाता है. मकर राशि पर जब मंगल ग्रह आता है तो उच्च का हो जाता है और जब गुरु इस राशि में आता है, तो यह नीच का हो जाता है. मकर स्त्री राशि है तथा पीछे से इसका उदय होने के कारण इसे पृष्ठोदय कहते हैं. यह घुटने पर अपना प्रभाव डालती है. प्राय: देखा गया है कि मकर लग्न के जातक के शरीर का निचला हिस्सा दुबला पतला और निर्बल होता है. मकर वालों को हमेशा अपने पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस लग्न वालों की लंबाई प्राय: सामान्य से कुछ ज्यादा ही होती है.


कर्मठ और आराम पसंद होते हैं मकर लग्न में जन्म लेने वाले


इस लग्न वाला व्यक्ति कर्मठ तो होता है लेकिन आराम पसंद भी जबरदस्त होता है. जिस प्रकार मगरमच्छ को भोजन करने के बाद आराम के सिवाय और कुछ नहीं सूझता है, ऐसी ही इस लग्न वाले व्यक्ति की भी प्रवृति होती है. मकर वाला व्यक्ति बहुत उत्साही होता है. यह अपने कर्म से कभी पीछे नहीं हटता है. प्राय: देखा गया है कि इनका सीना और सिर बड़ा होता है. जिन जातकों का सिर बड़ा होता है वह बहुत समझदार होते हैं.


चीजों को बहुत जल्दी समझ लेते हैं


मकर के जातको में एक विशेष गुण होता है कि यह जब भी किसी वस्तु को पकड़ लेते हैं तो उसे मगरमच्छ की तरह उदरस्थ कर लेते है. कहने का आशय है कि मकर वाला व्यक्ति किसी एक विषय पर महारत हासिल कर लेता है. मकर वालों के लिए शनि का बलवान होना बहुत जरूरी होता है, शनि के बलवान होने से जातक समझदार और नौकरी पसंद होता है. यह अपने मालिक की मन लगाकर ईमानदारी से सेवा करता है.


ज्यादातर समय ऑफिस में ही गुजारते हैं


इस लग्न वालों का कर्क, तुला, वृष, मकर, कुंभ वाले लोगों से अच्छा प्राकृतिक तालमेल होता है. बेहतरीन भोजन के बहुत शौकीन होते हैं. इनका कर्म क्षेत्र जिस विषय में होता है, उस विषय को यह बहुत अच्छी तरह से समझ लेते हैं. मकर वाला जातक औसत से कहीं ज्यादा समझदार होता है. ये लोग अपने जीवन का ज्यादातर समय ऑफिस में ही गुजार देते हैं. एक बात और मकर लग्न के बच्चों के अभिभावकों को उन्हें पढ़ने के विषय सोच-समझ कर दिलाएं, अच्छा तो यह है कि मकर वाला बच्चा खुद ही अपना विषय अपनी रुचि के अनुसार चुनें.


किसी एक विषय के जानकार होने पर मिलती है विशेष सफलता


एक बात और कि मकर वाले बच्चे को कभी बीच में साइड (संकाय) नहीं बदली चाहिए. मकर वालों को विषय रुचि के हिसाब से न मिले तो उसकी प्रगति नहीं हो पाती है. क्योंकि बीच में साइड चेंज कराना उसके भविष्य के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होगा. मकर वालों के जीवन में अनेक कठिनाइयां आति हैं लेकिन यह उनका डटकर सामना करता है और विजयी भी होता है. इस लग्न वालों के साथ न भूलने की खास बात होती है, अगर कोई व्यक्ति इसको हानि पहुंचाता है तो उसको कभी भूलते नहीं हैं. यह गलतियां दोबारा कम करते हैं.


अच्छे मैनेजर होते हैं


यह प्रत्येक कार्य सावधानी के साथ करता है. अच्छे कर्मों को करने में रुचि रखता है. वह अपने अधीनस्थ लोगों से कार्य लेने में बहुत निपुण होता है. मकर वाला अपने काम को बहुत रस लेकर करता है. मकर वाला व्यक्ति भक्ति भी एक सीमा तक करता है, क्योंकि वह मूलत: भौतिकवादी होता है. इसे सांसारिक सुख में ज्यादा आनंद प्राप्त होता है. अपना काम निकालने के लिए वह कुछ भी कर सकता है. वह बहुत उच्चाभिलाषी होता है साथ ही अपने काम के दम पर समूह में प्रमुख स्थान पर पहुंचता है. मकर वालों का वैवाहिक जीवन सामान्य ही रहता है.


अच्छे रणनीतिकार होते हैं

मकर लग्न वाला जातक अपने आपको परिस्थिति के अनुसार बदल लेता है. धन के मामले में हमेशा गणित लगाता रहता है. अपने धन को योजनाबद्ध तरीके से खर्च करता है. मकर वालों के लिए शुक्र ग्रह हमेशा फल देने वाला योगकारी होता है. इस लग्न वालों को हीरा रत्न धारण करना चाहिए. बुध भाग्येश होने के कारण मकर वालों के भाग्य का स्वामी होता है और यदि कुंडली में बुध सही स्थिति में हो तो ऐसा जातक बहुत भाग्यशाली होता है. इस लग्न वालों को अपने आत्मबल और कर्मठता को बढ़ाने के लिए नीलम रत्न धारण करना चाहिए. इस लग्न वालों को सूर्य को जल भी देना चाहिए.


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