Mars Transit 2021 in Libra: मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल,कन्या राशि से तुला राशि में आने वाले हैं. यानि मंगल का राशि परिवर्तन होने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल को महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. मंगल ग्रह को ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त है. आने वाले दिनों में मंगल का गोचर देश-दुनिया के साथ सभी 12 राशियों प्रभावित करेगा. इस दौरान कुछ राशियों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
युद्ध का कारक है मंगल ग्रह
मंगल ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में युद्ध का कारक भी माना गया है. मंगल को उग्र स्वभाव वाला ग्रह माना गया है. इसके साथ मंगल ग्रह अग्नि तत्व प्रधान है. मंगल को साहस, ऊर्जा, आत्मविश्वास, तकनीक, सेना, पुलिस और अग्नि आदि का कारक माना गया है. मंगल जब अशुभ ग्रहों के संपर्क में आता है तो व्यक्ति को दुर्घटना, ऑपरेशन, दांतों की समस्या आदि प्रदान करता है.
22 अक्टूबर से 5 दिसंबर 2021 तक तुला राशि में रहेगा मंगल का गोचर
पंचांग के अनुसार मंगल ग्रह को गोचर तुला राशि में 22 अक्टूबर 2021 को प्रात: 1 बजकर 13 मिनट पर होने जा रहा है. मंगल इस राशि में 5 दिसंबर 2021 तक प्रात: 5 बजकर 01 मिनट तक रहेंगे. इसके बाद मंगल का गोचर वृश्चिक राशि में होगा. इस दौरान वृषभ, सिंह, धनु और मकर और मीन राशि वालों को विशेष सावधानी बरतनी होगी. मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक राशि वालों को मिले जुले फल प्राप्त हो सकते हैं. तुला, मिथुन और कुंभ राशि वालों को कुछ मामलों में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. इस दौरान, वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें. विवाद और क्रोध की स्थिति से भी बचें.
मंगल ग्रह के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल को एक क्रूर ग्रह माना गया है. मंगल शुभ होने पर व्यक्ति को साहसी बनाता है. ऐसे लोगों सेना और पुलिस में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं. उच्च पद भी प्राप्त करते हैं. मंगल शुभ होने पर व्यक्ति को भूमि आदि से लाभ भी प्रदान कराते हैं. मंगल अशुभ होने पर दांपत्य जीवन में बाधा प्रदान करते हैं. मंगल अशुभ होने पर व्यक्ति को अत्याधिक क्रोधी भी बनाते हैं, जिस कारण व्यक्ति स्वयं को हानि पहुंचाता है. मंगल को शुभ भी बनाया जा सकता है. जानते हैं मंगल के उपाय-
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें.
- मंगलवार का व्रत रखें.
- हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें.
- क्रोध और अंहकार से दूर रहें.
- वाणी को खराब न करें.
- विनम्रता को अपनाएं.