Mars Transit in Taurus: पंचांग के मुताबिक, नए साल की शुरुआत में ही मंगल अपनी चाल बदल कर सीधी चाल से चलेंगे यानी मार्गी होंगे. वे करीब ढाई महीने तक वक्री (उल्टी चाल) होकर अब 13 जनवरी शुक्रवार को 02:27 AM बजे मार्गी होंगे. जानकारी के लिए बता दें कि मंगल 16 अक्टूबर 2022 को मिथुन राशि में प्रवेश किये थे. उसके बाद 30 अक्टूबर 2022 को वे वक्री हुए और 13 नवंबर 2022 को वे वृषभ राशि में वक्री अवस्था में प्रवेश किये.


मंगल लोगों के जीवन में दर्शाता है?


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल वह अग्नि है जो हमारे शरीर को जन्म देती है. यह हमारी शरीर और शक्ति का प्रतीक है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के सेनापति मंगल को आक्रामकता, उत्साह, साहस, शक्ति, ऊर्जा, भूमि और विवाह का कारक ग्रह माना गया है. यह हमारे आस-पास की ऊर्जा को नियंत्रित करता है. पंडित सुरेश माली का कहना है कि यदि मंगल की ऊर्जा को ठीक से नियंत्रित नही किया गया तो यह व्यक्ति को क्रोध और संघर्ष की ओर ले जाता है. मंगल को भूमि पुत्र भी कहा जाता है. यह इंजीनियरिंग और रियल एस्टेट उद्योग का मालिक भी है.


वृषभ राशि में मंगल मार्गी के क्या हैं मायने?  


मंगल मार्गी होकर लोगों को मान-सम्मान, धन और तरक्की दिलाते हैं. ज्योतिष के मुताबिक वृषभ राशि में धैर्य और व्यावहारिकता का मूल तत्व निहित होता है. जब उग्र और कर्म प्रधान ग्रह वृषभ राशि में होता है तो मंगल की गति को मंद कर देता है. यह व्यक्ति के दृष्टिकोण को शक्तिशाली बनाता है उसे स्थिरता प्रदान करता है. मजबूत मंगल जीवन में मंगल ही मंगल करता है, यह लोगों केलिए शुभदायक और फलदायक होता है.


मंगल वक्री


मंगल के वक्री होने की स्थिति में शारीरिक एवं आंतरिक शक्ति दोनों कमजोर पड़ जाती हैं. जातक का स्वभाव क्रोधी और चिड़चिड़ा हो जाता है. कमजोर मंगल लोगों को घमंडी बना देता है. मंगल जब कुंडली में शुभ होते हैं तो व्यक्ति के जीवन में मंगल ही मंगल होता है.


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