Masik Shivratri 2021: भगवान शिव को सभी देवताओं में विशेष स्थान प्राप्त है. भगवान शिव को आदि भी कहा जाता है. भगवान शिव ने ही धरती पर जीवन का आरंभ किया इसीलिए उन्हें आदिदेव भी कहा जाता है. भगवान शिव की पूजा करने से जीवन की हर मनोकामना पूर्ण होती है. मासिक शिवरात्रि का दिन भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन भगवान शिव के साथ संपूर्ण शिव परिवार की विधि पूर्वक पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.


पंचांग के अनुसार 8 जून, मंगलवार को ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इसदिन मासिक शिवरात्रि होती है. मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है. शिव भक्त इस शिवरात्रि का इंतजार करते हैं. इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है.


मासिक शिवरात्रि का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के आधार पर भगवान शिव की पूजा करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं. शनि, राहु, केतु और चंद्रमा के दोष दूर होते हैं. इसके साथ ही इन समस्याओं को भी दूर करते हैं -
- दांपत्य जीवन
- प्रेम संबंध
- विवाह में देरी
- धन का संकट
- शिक्षा
- व्यापार
- रोग
- अज्ञात भय


मासिक शिवरात्रि कब है?
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ 8 जून को 11 बजकर 24 मिनट से होगा. यह तिथि 9 जून दिन बुधवार को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगी. 


मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय 8 जून को रात 12 बजे से लेकर 12 बजकर 40 मिनट तक ही है. 


मासिक शिवरात्रि पर इन मंत्रों का जाप करना चाहिए-


महामृत्युंजय मंत्र: 
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्.
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ.


रुद्र गायत्री मंत्रः
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्.