Sankashti Chaturthi August 2021: पंचांग के मुताबिक 25 अगस्त 2021, बुधवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाया जाएगा. ये दिन गणपति को समर्पित है. गणेश जी का विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. संकष्टी का अर्थ होता है, संकटों को हरने वाला, यानि गणेश जी संकट और कष्ट को दूर करने वाले देवता हैं. इस दिन बुध ग्रह का भी उपाय कर सकते हैं. जिन लोगों की जन्म कुंडली में बुध ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं, तो उनके लिए अच्छा अवसर है.
बुध ग्रह (Mercury )
बुध ग्रह को वाणिज्य, बाजार, लेखन, दवा, कानून, वाणी और त्वचा आदि का कारक बताया गया है. बुध गणित का भी कारक है. बुध जब कमजोर या अशुभ होता है. तो इन क्षेत्रों में समस्याएं प्रदान करता है, जिस कारण व्यक्ति को विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बुध के कमजोर या पाप और क्रूर ग्रहों की दृष्टि पड़ने से त्वचा संबंधी रोग भी प्रदान करता है. इसलिए बुध को शुभ रखना अत्यंत आवश्यक है. बुध को सभी ग्रहों का राजकुमार माना जाता है.
बुध का राशि परिवर्तन (Mercury Transit 2021)
संकष्टी चतुर्थी 25 अगस्त को मनाई जाएगी. लेकिन चतुर्थी की तिथि 26 अगस्त 2021, गुरुवार को शाम 05 बजकर 16 मिनट तक रहेगी. बुध का राशि परिवर्तन गुरुवार को प्रात: 11 बजकर 08 मिनट पर होगा. कन्या राशि में बुध का राशि परिवर्तन हो रहा है. जो मेष से मीन राशि तक के जातकों को प्रभावित करेगा.
पूजा का मुहूर्त (Puja Muhurat Today)
पंचांग के अनुसार संकष्टी चतुर्थी 25 अगस्त को दोपहर 4 बजकर 18 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 26 अगस्त को दोपहर 5 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी.
बुध का उपाय (Budh Grah Ke Upay)
इस बार संकष्टी चतुर्थी बुधवार के दिन पड़ रही है. जिस कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. इस दिन विधि पूर्वक गणेश जी की पूजा करें, गणेश आरती, गणेश चालीसा के साथ गणेश जी के मंत्रों का जाप करें. इसके साथ ही गणेश जी को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाएं. दूर्वा घास चढ़ाएं, इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और बुध की अशुभता दूर होती है.
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