Mercury Transit 2021: पंचांग के अनुसार 26 अगस्त 2021, गुरुवार को बुध का राशि परिवर्तन होने जा रहा है. बुध का राशि परिवर्तन मेष से मीन राशि तक के लोगों को प्रभावित करेगा. ये भाद्रपद मास का पहला राशि परिवर्तन है. कन्या राशि में बुध का राशि परिवर्तन 26 अगस्त को प्रात: 11 बजकर 08 मिनट पर होगा. कन्या राशि में बुध 22 सितम्बर 2021 तक रहेंगे. इसके बाद बुध तुला राशि में प्रवेश करेंगे.
बुध का स्वभाव
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. बुध ग्रह को नवग्रहों में राजकुमार कहा गया है. बुध का संबंध वाणी, लेखन, कानून, वाणिज्य, तर्क शास्त्र और त्वचा आदि से बताया गया है. बुध जब शुभ होते हैं तो व्यक्ति को इन क्षेत्रों में विशेष सफलता और लाभ प्रदान करते हंै.
बुध अशुभ फल
बुध ग्रह जब अशुभ फल प्रदान करता है तो व्यक्ति को वाणी दोष, व्यापार में असफलता और त्वचा संबंधी रोग आदि भी प्रदान करता है. बुध को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना गया है. 26 अगस्त 2021 को बुध अपनी राशि यानि कन्या राशि में आ रहे हैं. माना जाता है कि जब कोई ग्रह अपनी ही राशि में गोचर करता है तो शुभ फल प्रदान करता है. बुध मीन राशि में नीच के हो जाते हैं. सूर्य और शुक्र के साथ इनका संबंध मित्रवत है, जबकि चंद्रमा को ये अपना शत्रु मानते हैं.
बुध वक्री 2021
बुध वक्री होने जा रहे हैं. पंचांग के अनुसार बुध 27 सितंबर 2021 को प्रात: 10 बजकर 40 मिनट पर तुला राशि में वक्री होने जा रहे हैं. बुध 18 अक्टूबर 2021 तक वक्री अवस्था में रहेंगे.
बुध वक्री- फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह जब वक्री होता है तो शुभ-अशुभ दोनों तरह के फल प्रदान करता है. वक्री अवस्था में बुध के प्रभाव में वृद्धि होती है. इसलिए महत्वपूर्ण कार्य करने से पहले उसकी जांच पड़ताल अवश्य करें. वक्री बुध व्यक्ति की वाणी को भी प्रभावित करता है. इसलिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
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