Mangal Dosh In Kundali : मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल को माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल को ग्रहों का सेनापति कहा गया है. मंगल का स्वभाव उग्र है. इसीलिए मंगल प्रधान व्यक्ति को बहुत जल्द गुस्सा आ जाता है. मंगल से एक अशुभ योग का भी निर्माण होता है जिसे सभी मांगलिक दोष के नाम से जानते हैं.


मांगलिक दोष क्या है?
मांगलिक दोष को मंगल दोष के नाम से भी जानते हैं. जन्मकुंडली में इसका निर्माण कैसे होते है? जन्मकुंडली में यह मौजूद है कि नहीं इसका पता बहुत ही आसान तरीके से लगाया जा सकता है. जन्म पत्रिका में जब मंगल ग्रह 1, 2, 4, 7, 8 और 12 वें भाव विराजमान हो तो मांगलिक दोष का निर्माण होता है.


मंगल ग्रह का परिचय
मंगल दोष को जानने के लिए पहले मंगल ग्रह के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है. कुछ लोग मंगल ग्रह के नाम पर भयभीत हो जाते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. मांगलिक दोष के बारे में जानना तब अधिक जरूरी हो जाता है जब विवाह संबंध करने जा रहे हैं. क्योंकि मांगलिक दोष होने पर मांगलिक दोष वाली कुंडली से ही विवाह का मिलान करना अधिक उचित माना जाता है.


मांगलिक दोष से भयभीत न हों
मांगलिक दोष के नाम पर भयभीत होने की जरूरत नहीं है. कहा जाता है जिस व्यकित की कुंडली में यह योग होता है उसका जीवन कठिनाइयों से गुजरता है. कुछ लोगों का मत है कि जन्मकुंडली में यह दोष 28 वर्ष की आयु के बाद स्वत: ही समाप्त हो जाता है मंगल दोष को लेकर कई तरह की मिथक और भ्रांतियां हैं.


जन्म कुंडली में बैठे अन्य ग्रहों का भी विचार करें
मंगल दोष होने पर अन्य ग्रहों का भी विचार करना चाहिए. क्योंकि जन्मकुंडली में बैठे अन्य ग्रह भी व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डालते हैं कुंडली में इन ग्रहों की डिग्री और दशा का ज्ञान करा लेना चाहिए, इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचना चाहिए. आजकल कई ऑनलाइन कुंडली के ऐसे सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप जो इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराते हैं. इससे मंगल दोष के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है.


मंगल जब अशुभ होता है तो नजर आते हैं ये लक्षण
जन्मकुंडली में मंगल के खराब होने का पता लगाया जा सकता है. मंगल एक उग्र ग्रह है. जब यह प्रभावी होता है व्यक्ति पर इसका प्रभाव साफ दिखाई देता है. ऐसे व्यक्तिओं की आवाज कठोर और भारी होती है. मंगल व्यक्ति को मजबूत कद काठी प्रदान करता है. हाथ पैर लंबे होते हैं. ऐसे व्यक्ति लंबे भी होते हैं. इनका रंग भी लालिमा लिए हुए होता है. ऐसे व्यक्ति विपरीत लिंग के प्रति कम आकर्षित होते हैं. इन्हें जल्दी क्रोध आता है. ऐसे लोगों को मेहनत का काम करना अच्छा लगता है. सेना और पुलिस में जाने की ऐसे लोगों की अधिक इच्छा रहती है.


मंगल ग्रह का उपाय
मंगल की अशुभता को दूर किया जा सकता है. जिन लोगों की शादी में अड़चन आ रही है तो वट सावित्री और मंगला गौरी का व्रत रखना चाहिए. इससे मंगल दोष दूर होता है. विवाह से पहले गुप्त रूप से पीपल या घट के वृक्ष से विवाह करने से भी इसका दोष चला जाता है. मंगलवार हनुमान जी की पूजा करने और नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी इसके दोष दूर हो जाते हैं. भगवान शिव की पूजा करने से भी मंगल ठीक होने लगता है.


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