Jyotish Vidya In Hindi: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान का कारक माना गया है. जन्म कुंडली में यदि बृहस्पति यानि गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति को जीवन में उच्च पद और धन के मामले में विशेष सफलता प्राप्त होती है. पंचांग के अनुसार 5 नवंबर 2020 को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है. इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि और सूर्य तुला राशि में विराजमान रहेगा.


गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. चातुर्मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष फल बताया गया है. इस समय चातुर्मास चल रहा है. चातुर्मास में भगवान विष्णु पाताल लोक में विश्राम करने के लिए चले जाते हैं. चातुर्मास का समापन 25 नवंबर 2020 को हो रहा है. इस दिन देवोत्थान एकादशी है. मान्यता है कि विष्णु भगवान की पूजा करने से वृहस्पति ग्रह मजबूत होता है.


बृहस्पति ग्रह अशुभ होने पर देता है ये समस्याएं
जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह यदि अशुभ हो तो कई प्रकार की परेशानियां जीवन में आती है. कमजोर बृहस्पति व्यक्ति को शिक्षा से वंचित कर देता है. ज्ञान में कमी लाता है. शादी विवाह में देरी का कारण भी बनता है. वहीं उच्च पद और धन संबंध समस्या भी प्रदान करता है.


शिक्षा में आने वाली दिक्कतें दूर होंगी
बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से बृहस्पति ग्रह की अशुभता दूर होती है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. भगवान विष्णु की पूजा में पीले पुष्प और मिष्ठान को शामिल करना चाहिए.


दान करने से दूर होती हैं परेशानियां
बृहस्पतिवार को दान आदि का भी कार्य करना चाहिए. इस दिन अस्पताल में मरीजों को फल वितरित करने चाहिए. वहीं निर्धन छात्र-छात्राओं को शिक्षण सामग्री का दान करना चाहिए. गुरुजनों का सम्मान करने से भी बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है.


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