Moti Stone Benefits: ज्योतिष शास्त्र में मोती को एक महत्वपूर्ण रत्न माना गया है. मोती का संबंध चंद्रमा से है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. जिन लोगों का चंद्रमा अशुभ या कमजोर होता है, उन्हें मोती धारण करने की सलाह दी जाती है. आइए जानते हैं मोती पहने के क्या फायदे होते हैं और इसे कब धारण करना चाहिए-
लक्ष्मी जी को प्रिय है मोती
मान्यता के अनुसार मोती लक्ष्मी जी को बहुत प्रिय है. इसीलिए दिवाली पर लक्ष्मी पूजन में मोती का भी प्रयोग किया जाता है. मोती पहनने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. जिन लोगों के जीवन में धन की कमी या इससे जुड़ी कोई परेशानी बनी हुई है तो मोती धारण करना चाहिए.
मोती कितने प्रकार के होते हैं
मोती के आठ प्रकार बताए गए हैं. इन आठ प्रकार के मोतियों के नाम ये हैं-
- अभ्र मोती
- शंख मोती
- सर्प मोती
- गज मोती
- शुक्ति मोती
- बांस मोती
- शूकर मोती
- मीन मोती
मोती की माला
गोल मोती की माला पहनना है सबसे उत्तम माना गया है. मोती का संबंध चंद्रमा से है. इसलिए इसे धारण करने से पूर्व जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति का आंकलन अवश्य कर लेना चाहिए. मोती को उंगली में भी धारण किया जा सकता है. मोती को दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में धारण करने की सलाह दी जाती है. चांदी के साथ मोती को धारण अच्छा माना गया है.
मोती पहनने के फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति को क्रोध अधिक आता है, उसे मोती धारण करना चाहिए. इसके साथ ही मन स्थिर नहीं रहता है, अज्ञात भय की स्थिति बनी रहती है तो मोती धारण कर सकते हैं.
मोती कब धारण करना चाहिए
मोती शुक्ल पक्ष के सोमवार को धारण करना शुभ माना गया है. 20 सितंबर 2021 को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. विशेष बात ये है कि इस तिथि को सोमवार का दिन भी है.
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