Mughal Emperor Believe in Astrology: मुगल सल्तनत का सबसे क्रूर शासक औरंगजेब (Aurangzeb) के किस्से सभी ने जरूर सुने होंगे. भारतीय इतिहास में औरंगजेब के अत्याचारों का वर्णन मिलता है.


औरंगजेब ने हजारों हिंदुओं को मौत के घाट उतार दिया ये सब भारत के इतिहास में दर्ज है. लेकिन औरंगजेब जितना क्रूर और निर्दयी था उतना ही धार्मिक और अंधविश्वासी भी, इस बात को बहुत ही कम लोग जानते होगें.


औरंगजेब से जुड़ी इन बातों का खुलासा एक किताब में हुआ है. औरंगजेब का व्यक्तित्व, रहन- सहन से लेकर उसके शौक और अत्याचारों को इतिहासकारों ने किताबों में लिखा है. किताब में औरंगजेब से जुड़ी अनेक दिलचस्प और हैरत में डाल देने वाली कहानियां दर्ज हैं.


किताब में औरंगजेब को लेकर कई दावे  


मुगल काल पर कई किताबें लिखने वाले मशहूर लेखक जादू नाथ सरकार (Jadunath Sarkar) के अलावा अमेरिकी इतिहासकार ऑड्री ट्रश्की (Audrey Truschke) ने भी औरंगजेब के ऊपर एक किताब लिखी थी, जिसका नाम - औरंगजेब द मैन एंड द मिथ (Aurangzeb: The Man and the Myth). जिसमें ऑड्री ने मुगलकाल के शासकों में सहनशीलता की काफी कमी की बात कही है.


एक रिपोर्ट में कहा गया की ऑड्री ट्रश्की (Audrey Truschke) ने औरंगजेब पर लिखी किताब में अपने से पहले के सभी लेखकों और इतिहासकारों को गलत ठहराया है. उनके मुताबिक औरंगजेब को लेकर जैसा बताया गया है, असल में वह उससे काफी उलट था.


धार्मिक और अंधविश्वासी औरंगजेब


ऑड्री ट्रश्की (Audrey Truschke) के अनुसार औरंगजेब क्रूर प्रवृत्ति की जगह सूफी प्रवृत्ति का था. औरंगजेब ने जितने अधिक मंदिरों (Temple) को ध्वस्त किया, उससे ज्यादा मंदिरों को संरक्षित भी किया.


ऑड्री की किताब में किए दावे के मुताबिक औरंगजेब धार्मिक शख्स होने के साथ साथ अंधविश्वासी भी था. औरंगजेब के अंधविश्वासी होने को लेकर ऑड्री ने कई दावे तर्क के साथ पेश किए, उन्होंने अपनी किताब में बताया कि औरंगजेब के दरबार में मुस्लिम और हिंदू दोनों ही धर्मों के ज्योतिष विद्या के प्रकांड विद्वान मौजूद रहते थे.  


औरंगजेब (Aurangzeb) जब भी किसी परेशानी में होता था या किसी खास युद्ध (War) के लिए रवाना होता तो दोनों ही धर्मों के ज्योतिषों को चर्चा करने के लिए बुलाता था और उनकी सलाह का पालन करता था.


ट्रश्की ने किताब में औरंगजेब को लेकर कहा कि जब एक बार बाढ़ की त्रासदी आ गई थी तो इससे निपटने के लिए औरंगजेब ने कुरान (Kuran) की आयतों का इस्तेमाल किया था, जिससे बाढ़ (Flood) का खतरा कम हो गया.


औरंगजेब (Aurangzeb) को पूरी कुरान याद थी, साथ ही औरंगजेब इस्लाम धर्म को सख्ती से मानता था. ऐसा माना जाता है कि वो ग्रह नक्षत्रों की गणना का भी कायल था, भारतीय ज्योतिषियों (Indian Astrologer) की सटिक भविष्यवाणियां उसे प्रभावित करती थीं.


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