Narasimha Jayanti 2024: नरसिंह भगवान की पूजा सुबह या शाम कब करें ? जानें पूजा मुहूर्त, विधि, भोग, मंत्र
Narasimha Jayanti 2024: नरसिंह जयंती पर विष्णु जी के नरसिंह अवतार की पूजा करना शुभ होता है. नरसिंह भगवान की पूजा किस समय करना चाहिए, जानें पूजा मुहूर्त, विधि, इस दिन व्रत का का महत्व.
Narasimha Jayanti 2024: 21 मई 2024 को नरसिंह जयंती मनाई जाएगी. इस दिन भगवान विष्णु के रौद्र स्वरूप की पूजा की जाती है. शत्रु पर विजय प्राप्ति, कोर्ट-कचहेरी का मामले से मुक्ति, रोगों के नाश के लिए नरसिंह भगवान की उपासना अचूक मानी गई है. आइए जानते हैं नरसिंह भगवान की पूजा का मुहूर्त, विधि, आरती, मंत्र और चालीसा.
नरसिहं जयंती पर पूजा का मुहूर्त (Narasimha Jayanti 2024 Muhurat)
- वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि शुरू - 21 मई 2024, शाम 05.39
- वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि समाप्त - 22 मई 2024, शाम 06.47
- नरसिंह जयन्ती मध्याह्न व्रत संकल्प का समय - सुबह 10:56 - दोपहर 01:40
- सायंकाल पूजा का समय - शाम 04:24 - रात 07:09
- व्रत पारण समय - 22 मई 2024 को दोपहर 12.18 बजे से पहले
नरसिंह जयंती पर व्रत कैसे करें (Narasimha Jayanti Vrat Vidhi)
नरसिंह जयन्ती व्रत का पालन करने के नियम एकादशी व्रत के समान हैं. नरसिंह जयंती से एक दिन पहले रात को सात्विक भोजन ग्रहण करें. इस दिन दोपहर में व्रत का संकल्प लेकर सूर्यास्त से पहले शाम को नरसिंह भगवान की पूजा करें, क्योंकि विष्णु जी इस अवतार में सूर्यास्त के समय प्रकट हुए थे.
नरसिंह जयन्ती व्रत के समय समस्त प्रकार के अनाज तथा धान्य का सेवन वर्जित है.व्रत में गुस्सा नहीं करें और न सोएं. अगले दिन सूर्योदय के बाद चतुर्दशी तिथि समाप्त होने पर इस व्रत का पारण करें.
नरसिंह जयंती पूजा विधि (Narasimha Jayanti Puja vidhi)
- शाम को स्नान के बाद पूजा स्थान पर चावल रखकर कलश और भगवान नरसिंह की मूर्ति या तस्वीर रखें.
- पंचामृत, दूध और गंगाजल से भगवान का अभिषेक करें. भगवान को पीला कपड़ा चढ़ाएं. भगवान को चंदन का लेप लगाएं. मंत्र का जाप करते रहें.
- अक्षत, रोली, फूल और तुलसी दल सहित सभी तरह की पूजन सामग्री अर्पित करें.
- इस दिन नरसिंह भगवान को मोरपंख अर्पित करने से कालसर्प दोष दूर होता है.
- नरसिंह जयंती पर दही का भोग लगाया जाता है. नैवेद्य लगाकर, नरसिंह चालीसा और कथा का पाठ करें. अंत में आरती कर पीली चीजों का दान करें
नरसिंह जयंती राशि अनुसार मंत्र (Narasimha Jayanti Mantra)
- मेष राशि - ॐ नारसिंहाय नमः।
- वृषभ राशि - ॐ महासिंहाय नमः।
- मिथुन राशि - ॐ दिव्यसिंहाय नमः।
- कर्क राशि - ॐ महाबलाय नमः।
- सिंह राशि - ॐ उग्रसिंहाय नमः।
- कन्या राशि - ॐ महादेवाय नमः।
- तुला राशि - ॐ स्तम्भजाय नमः।
- वृश्चिक राशि - ॐ उग्रलोचनाय नमः।
- धनु राशि - ॐ रौद्राय नमः।
- मकर राशि - ॐ सर्वाद्भुताय नमः।
- कुंभ राशि - ॐ श्रीमते नमः।
- मीन राशि - ॐ योगानन्दाय नमः।
॥ श्री नरसिंह भगवान की आरती ॥ (Narasimha aarti)
ॐ जय नरसिंह हरे,प्रभु जय नरसिंह हरे।
स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे,स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे,
जन का ताप हरे॥
ॐ जय नरसिंह हरे॥
तुम हो दीन दयाला, भक्तन हितकारी,प्रभु भक्तन हितकारी।
अद्भुत रूप बनाकर,अद्भुत रूप बनाकर,
प्रकटे भय हारी॥
ॐ जय नरसिंह हरे॥
सबके ह्रदय विदारण, दुस्यु जियो मारी,प्रभु दुस्यु जियो मारी।
दास जान अपनायो,दास जान अपनायो,
जन पर कृपा करी॥
ॐ जय नरसिंह हरे॥
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे,प्रभु माला पहिनावे।
शिवजी जय जय कहकर,पुष्पन बरसावे॥
ॐ जय नरसिंह हरे॥
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