मासिक पंचांग: अक्टूबर में कब है नवरात्रि का पर्व, परम एकादशी, अग्रसेन जंयती और दशहरा, यहां जानें
October 2020 Festival Calendar: अक्टूबर का महीना बहुत ही विशेष है. अक्टूबर के महीने में इस बार कई महत्वपूर्ण पर्व और व्रत पड़ रहे हैं. नवरात्रि का पर्व, परम एकादशी, अग्रसेन जंयती जैसे महत्वपूर्ण पर्व और व्रत इसी माह में है.
October 2020 Festival Calendar: अक्टूबर का महीना शुरू हो चुका है. धर्म कर्म की दृष्टि से अक्टूबर का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस माह में शारदीय नवरात्र का पर्व पड़ रहा है. आइए जानते हैं इन पर्व और व्रतों के बारें में-
1 अक्टूबर: अश्विन पूर्णिमा पंचांग के अनुसार अक्टूबर माह का आरंभ अश्विन पूर्णिमा से हो रहा है. सभी पूर्णिमा में अश्विन पूर्णिमा को विशेष माना गया है. इस दिन पूर्णिमा व्रत रखा जाता है. पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा का श्रवण श्रेष्ठ फलदायी माना गया है.
2 अक्टूबर: गांधी जयंती 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जन्म दिवस के रूप में मनाते हैं. गांधी जी ने पूरी दुनिया को सत्य और अंहिसा पाठ पढ़ाया था. गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात मेंपोरबंदर के काठियावाड़ में हुआ था.
5 अक्टूबर: संकष्टी चतुर्थी, मासिक कार्तिगाई संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश जी को समर्पित है. इस दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा और उपासना का विधान है. भगवान गणेश जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करते हैं और संकटों को दूर करते हैं. इस दिन मासिक कार्तिगाई दीपम का पर्व भी है.
7 अक्टूबर: रोहिणी व्रत इस दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रखती हैं. इस दिन सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. यह व्रत घर में सुख शांति भी लाता है.
13 अक्टूबर: परम एकादशी एकादशी के व्रत को सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है. 13 अक्टूबर को पड़ने वाली एकादशी तिथि को परम एकादशी कहा जाता है. इसे पुरुषोत्तम एकादशी भी कहते हैं.
14 अक्टूबर: प्रदोष व्रत प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है. त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत है.
15 अक्टूबर: मासिक शिवरात्रि प्रदोष व्रत की तरह ही मासिक शिवरात्रि का पर्व भी भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन शिव भक्त व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करते हैं.
16 अक्टूबर: आश्विन अमावस्या, अधिक मास का समापन पंचांग के अनुसार यह दिन विशेष है. इस दिन आश्विन अमावस्या की तिथि है और इसी दिन अधिक मास यानि पुरुषोत्तम मास का समापन हो रहा है.
17 अक्टूबर: नवरात्रि का आरंभ, घटस्थापना, महाराजा अग्रसेन जयन्ती, तुला संक्रान्ति पंचांग के अनुसार इस दिन कई महत्वपूर्ण पर्व हैं. इस दिन से ही शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो रहा है. इस दिन घटस्थाना की जाएगी. इसी दिन महाराजा अग्रसेन की जयंती है और सूर्य कन्या राशि से निकल कर तुला राशि में प्रवेश करेंगा.
24 अक्टूबर: दुर्गा अष्टमी पंचांग के अनुसार नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इसे महानवमी भी कहा जाता है.
25 अक्टूबर: दशहरा पंचांग के अनुसार दशमी की तिथि को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन को विजय दशमी का पर्व भी कहा जाता है.
27 अक्टूबर: पापांकुशा एकादशी इस दिन पापांकुशा एकादशी है. एकादशी के दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से सुख समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
28 अक्टूबर: प्रदोष व्रत प्रदोष व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है. चातुर्मास में शिव पूजा का विशेष महत्व माना गया है.
29 अक्टूबर: ईद-ए-मिलाद-उन-नबी इस पर्व को पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है.
31 अक्टूबर: वाल्मीकि जयन्ती इस दिन रामायण की रचना करने वाले महर्षि वाल्मीकि जी का जन्म दिन मनाते हैं. महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की थी.
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