Palmistry: हथेली पर भाग्यरेखा मणिबंध (जिस स्थान से हथेली शुरू होती है) से शुरू होते हुए मध्यमा उंगली के नीचे बने उभार तक जाती है. इस उभार के स्थान को शनि पर्वत (Shani Parvat) कहते हैं. भाग्य रेखा को शनि रेखा (Shani Rekha) के नाम से भी जाना जाता है. व्यक्ति की हथेली पर कई तरह की रेखाएं बनी हुई होती हैं. इन्हीं रेखाओं में से एक रेखा भाग्य रेखा (Bhagya Rekha) कहलाती है.
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि हथेली पर भाग्य रेखा से व्यक्ति के भाग्यशाली होने का पता चलता है. भाग्य रेखा होने पर व्यक्ति हमेशा सुख-सुविधा से संपन्न बना रहता है. हथेली पर अच्छी भाग्य रेखा विकसित होने पर व्यक्ति को जल्दी ही किसी कार्य में सफलता प्राप्त हो जाती है. हथेली पर भाग्य रेखा कई तरह की होती जिसका अध्ययन करके व्यक्ति के भाग्य के बारे में भविष्यवाणी की जाती है.
हथेली पर कहां बनी होती भाग्य रेखा: हथेली पर भाग्यरेखा मणिबंध (जिस स्थान से हथेली शुरू होती है) से शुरू होते हुए मध्यमा उंगली के नीचे बने उभार तक जाती है. इस उभार के स्थान को शनि पर्वत कहते हैं. भाग्य रेखा को शनि रेखा के नाम से भी बोला जाता है.
हथेली पर कई तरह की बनती हैं भाग्य रेखा
हथेली पर भाग्य रेखा तरह-तरह की होती है. जिन व्यक्तियों की हथेली पर भाग्य रेखा कलाई से शुरू होते हुए सीधे साफ और स्पष्ट रूप से बिना कटे हुए शनि पर्वत पर जाकर मिलती है, वह व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है. ऐसे व्यक्ति का कोई भी कार्य बहुत जल्द ही पूरा हो जाता है. व्यक्ति के पास धन दौलत की किसी भी तरह की कमी नहीं होती.
वहीं कुछ लोगों की हथेली पर भाग्यरेखा दो हिस्सों में बंट जाती हैं. एक हिस्सा शनि पर्वत पर जाकर मिलती है जबकि दूसरा हिस्सा गुरु पर्वत के पास जाकर मिल जाती है. इस तरह का भाग्य रेखा जिन लोगों की हथेली पर होता है वह व्यक्ति बहुत ही परोपकारी स्वभाव का होता है. ऐसा व्यक्ति अपने जीवनकाल में मान-सम्मान और अच्छी खासी पद प्रतिष्ठा को प्राप्त करता है.
कभी-कभी किसी व्यक्ति की हथेली में दो भाग्य रेखा बनी हुई होती है. दो भाग्य रेखा वाला जातक बहुत ही भाग्यशाली और अकूत धन संपदा अर्जित करने वाला होता है. ऐसे लोगों के जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है. सफलता प्राप्त करने में ज्यादा बाधाएं नहीं आती है. जिन लोगों की हथेली पर भाग्यरेखा सूर्य पर्वत पर जाकर मिलती है उन्हें भी जीवन में सुख की प्राप्ति होती है. ऐसे जातकों के जीवन में कभी भी कोई धन सबंधी परेशानियां नहीं आती. ऐसे लोगों के पास पैतृक संपत्ति होता है जिसके सहारे ये लोग खूब पैसे बनाते हैं.
बुद्धि के बल पर करते हैं सफलता हासिल
जिन लोगों के हाथ में विद्या रेखा अनामिका उंगली की तरफ झुकी हुई होती है ऐसे लोग अच्छी शिक्षा प्राप्त करते हैं. विद्या रेखा की शुरुआत अनामिका और मध्यमा उंगली के बीच से होती है. इस रेखा वाली व्यक्ति काफी बुद्धिमान होते हैं और बुद्धि के बल पर ही अच्छी सफलता हासिल करते हैं. ये लोग बिजनेस माइंडेड माने जाते हैं, इन लोगों के पास जिंदगी भर धन- धान्य की कमी नहीं होती. ये लोग जिंदगी के पूरा मजे लेते हैं. साथ ये लोग लग्जरी लाइफ जीते हैं. इन्हें कंजूसी पसंद नहीं होती.
अगर दो सूर्य रेखा हो तो: सामुद्रिक शास्त्र (Samudrik Shastra) के अनुसार यदि किसी जातक की हथेली में भाग्य रेखा सूर्य रेखा में जाकर मिल जाती है तो ऐसा व्यक्ति अचानक से धनवान बन जाता है. ऐसे लोगों का जीवन रातों रात बदल जाता है. जिस व्यक्ति की हथेली में दो-दो सूर्य रेखा मौजूद होती हैं ऐसे जातकों का जीवन काफी सौभाग्यशाली होता है. ये लोग राजनीति में सफल होते हैं और इनको कोई बड़ा राजनैतिक पद मिलता है. साथ ही इनको समाज में मान- प्रतिष्ठा भी खूब मिलती है.
एक से अधिक हो भाग्य रेखा: जिन लोगों के हाथ में एक से अधिक भाग्य रेखा होती हैं वे लोग भी काफी भाग्यशाली माने जाते हैं. ऐसे लोगों को लाइफ में धन की कभी कमी नहीं होती. साथ ये लोग लैविश लाइफ जीते हैं. इनकी सुख सुविधाओं में कोई कमी न हो इसके लिए ये काफी मेहनत करते हैं. ये ब्रांडेड चीजों में काफी पैसा खर्च करते हैं.
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