Hastrekha Gyan : इंसान के हाथ की लकीरों में उसका भूत और भविष्य दोनों छिपा होता है. ये लकीरें बनती और मिटती रहती हैं. कुछ लकीरें इंसान जन्म के साथ ही अपने हाथों में लेकर पैदा होता है. जिनमें जीवन, मस्तिष्क और हृदय रेखा मुख्य होती है. लेकिन कुछ रेखाएं इंसान अपनी मेहनत से भी बनाता है. ऐसे लोग विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं.
जन्म के बाद बनने वाली रेखाएं
जन्म के बाद बनने वाली रेखाओं को सहायक रेखा कहा जाता है. ये कहीं पर भी हो सकती हैं. इन्हें स्थाई रेखा नहीं कहा जाता है. ये वे रेखाएं हैं जो बनती हैं और कुछ समय बात मिट जाती हैं. ये व्यक्ति के कर्म और विचारों के आधार पर बनती हैं.
इन रेखाओं में छिपी होती है सफलता और असफलता
इन रेखाओं का निर्माण हाथ में तब होता है जब व्यक्ति कोई महत्वपूर्ण लक्ष्य की तरफ अग्रसर होता है. शिक्षा के क्षेत्र में अगर कोई बड़ा कार्य करने की योजना है तो इसकी रेखा गुरु पर्वत और बुध पर्वत पर दिखाईं देती हैं. जीवन या मस्तिष्क रेखा से जब कोई रेखा निकलकर गुरु पर्वत को छूती दिखाई देने लगे तो समझ लेना चाहिए कि जो लक्ष्य तय किया उसे प्राप्त करने की पूरी संभावना है. वहीं जब जीवन रेखा से निकलने वाली सहायक रेखाएं नीचे की ओर झ़ुकने लगें तो यह असफलता की तरफ इशारा करती हैं.
सफलता पाने के लिए ये उपाय करें
लक्ष्य में कोई बाधा न आए इसके लिए ग्रहों की शांति का उपाय करते रहना चाहिए. ये कार्य के आधार पर तय किया जाना चाहिए. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए गुरु ग्रह की पूजा करनी चाहिए. वहीं व्यक्ति अगर टेलीकॉम, आईटी, मीडिया, फिल्म से संबंधित कार्यों से जुड़ा है तो उसे बुध और शुक्र ग्रह के दोषों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. वहीं व्यक्ति अगर कंस्ट्रक्शन और जमीन से संबंधित कार्य कर रहा है तो शनि और मंगल ग्रह की अशुभता को दूर करें. कार्य में बार-बार बाधा आ रही है तो राहु केतु की शांति करानी चाहिए.
हस्तरेखा : हाथ में मौजूद जीवन रेखा में छिपा होता है पूरे जीवन का राज