अंगुलियों के सबसे छोर के पोरों पर नाखून होते हैं. नाखून अंगुलियों की रक्षा करते हैं. साथ ही खानपान और अन्य छोटे बड़े कार्याें में सहायक होते हैं. इनसे स्वास्थ्य के साथ भविष्य के संकेतों को समझना आसान होता है.


लंबे नाखून बौद्धिक कार्य करने वाले सृजन से जुड़े लोगों के होते हैं. इन्हें साधारण स्वास्थ्य का संकेतक माना जाता है. ऐसे लोगों को नियम पालन में रुचि कम रहती है. इसके बावजूद ये सामाजिक जवाबदेही बखूबी निभाते हैं. सफल कहलाते हैं.


नाखूनों पर सफेद धब्बे आगामी दिनों में शुभ कार्य होने के संकेत करते हैं. सबसे छोटी अंगुली के नाखून पर सफेद चिह्न हो तो व्यापार में लाभ को दर्शाता है.


रिंग फिंगर या कहें अनामिका के नाखून पर सफेद धब्बा हो तो मन से जुड़े मामलों में सफलता मिलती है.


मध्यमा अर्थात् सबसे बड़ी अंगुली के नाखून पर सफेद धब्बे जैसा निशान हो तो व्यक्ति को भाग्य से इच्छित परिणाम प्राप्त होते हैं. भूमि भवन से जुड़े मामले सफल होते हैं. स्थिरता बढ़ती है.


तर्जनी अर्थात् अंगूठे और मध्यमा के मध्य की अंगुली में सफेद निशान हो तो व्यक्ति मेहनत से परीक्षा प्रतियोगिता में सफलता पाता है. ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में उपलब्धि अर्जित करता है.


सफेद धब्बों के विपरीत काले धब्बे हों तों उपर्युक्त के विपरीत परिणाम मिलते हैं. अपयश और धन हानि होती है. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उभरती हैं.


नाखूनों पर गहरे गड्डे हो तो तात्कालिक गहन परेशानी का संकेत करते हैं. ऐसे में व्यक्ति को सहज और शांत रहना चाहिए.


नाखून शरीर के स्वास्थ्य संकेतों को भी प्रमुखता से दर्शाते हैं. जैसे- पीले नाखून पीलिया संबंधी रोगों का सकेतक होते हैं.