Panchak: पंचांग के अनुसार 18 सितंबर 2021, शनिवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि से पंचक प्रारंभ हो रहा है. सितंबर माह का पंचक कई अर्थों में महत्वपूर्ण है. शनिवार के दिन जब पंचक लगता है तो इसे मृत्यु पंचक कहा जाता है. मृत्यु पंचक में शुभ कार्यों को करना वर्जित माना गया है. मान्यता है कि इस पंचक में शुभ कार्य करने से शुभ फल प्राप्त नहीं होता है.
पंचक कब है? (Panchak Calendar 2021)
18 सितंबर 2021, शनिवार को 03:26 पी एम से भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि से पंचक आरंभ हो रहा है. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र और सुकर्मा योग रहेगा. चंद्रमा का गोचर मकर राशि में होगा. इस दिन एकादशी के व्रत का पारण भी किया जाएगा. वहीं त्रयोदशी की तिथि आरंभ होगी. त्रयोदशी की तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.
पंचक कब से कब तक है 2021 (Panchak In September 2021)
पंचांग के अनुसार 18 से 23 सितंबर 2021 तक पंचक रहेगा. गणना के अनुसार 23 सितंबर 2021, गुरुवार को प्रात: 06 बजकर 44 मिनट पर पंचक समाप्त होगा. इस दिन अश्विनी मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. वहीं इस दिन पंचांग के अनुसार नक्षत्र रेवती और ध्रुव योग रहेगा.
इस बार बन रहा है 'मृत्यु पंचक' का योग
18 सितंबर, शनिवार से आरंभ होने वाला पंचक, मृत्यु पंचक है. मान्यता के अनुसार जब पंचक शनिवार से आरंभ होता है, तो ये मृत्यु पंचक कहलाता है. मृत्यु पंचक में विशेष सावधानी और सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है. पंचक में शुभ और मांगलिक कार्यों को नहीं करने के साथ साथ क्रोध, अहंकार, लोभ आदि से भी दूर रहना चाहिए. स्वच्छता के नियमों का पालन करना चाहिए. अनुशासित जीवनशैली को अपनाना चाहिए. सभी पंचकों में मृत्यु पंचक को सबसे अशुभ और घातक माना गया है. पंचक लगने के दौरान पांच कार्यों को करना शुभ नहीं माना गया है. पंचक में लकड़ी को एकत्र करना, पंलग-चारपाई खरीद कर घर पर लाना या उसका निर्माण कराना, घर की छत का निर्माण कराना और दक्षिण दिशा की यात्रा आदि करना अशुभ माना गया है.