एक्सप्लोरर
Advertisement
Aaj Ka Panchang 11 February: आज माघ मौनी अमावस्या है, जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल
Aaj Ka Panchang 11 February 2021 Today Panchang In Hindi: पंचांग 11 फरवरी 2021 के अनुसार आज माघ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. इसे मौनी अमावस्या भी कहते हैं. आज श्रवण नक्षत्र है और चंद्रमा मकर राशि में गोचर कर रहा है. आज अभिजीत मुहूर्त है. राहु काल में शुभ कार्य न करें.
Aaj Ka Panchang 11 February 2021: पंचांग 11 फरवरी 2021 के अनुसार आज माघ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. आज माघ अमावस्या है. राहु काल में शुभ कार्य न करें. आज अभिजीत मुहूर्त है, शुभ कार्य अभिजीत मुहूर्त में करें. आज वरियान योग है. दिशा शूल दक्षिण दिशा है. आइए जानते हैं आज का पंचांग-
Panchang In Hindi: दिनांक: 11 फरवरी 2021 (Panchang 11 February 2021)
विक्रमी संवत्: 2077
मास अमांत: पौष
मास पूर्णिमांत: माघ
पक्ष: कृष्ण
वार: गुरूवार
तिथि: अमावस्या - 24:37:12 तक
नक्षत्र: श्रवण - 14:05:32 तक
करण: चतुष्पाद - 12:50:49 तक, नाग - 24:37:12 तक
योग: वरियान - 27:31:54 तक
सूर्योदय: 07:03:11 AM
सूर्यास्त: 18:08:01 PM
सूर्य राशि: मकर राशि - 26:11:13 तक
सूर्य नक्षत्र: उत्तराषाढा
चन्द्रमा: मकर राशि
द्रिक ऋतु: शिशिर
वैदिक ऋतु: हेमंत
राहुकाल: 13:58:42 से 15:21:48 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय - अभिजीत मुहूर्त: 12:13:26 से 12:57:45 तक
दिशा शूल: दक्षिण
अशुभ मुहूर्त का समय -
दुष्टमुहूर्त: 10:44:47 से 11:29:07 तक, 15:10:43 से 15:55:03 तक
कुलिक: 10:44:47 से 11:29:07 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 16:39:22 से 17:23:41 तक
यमघण्ट: 07:47:30 से 08:31:49 तक
कंटक: 15:10:43 से 15:55:03 तक
यमगण्ड: 07:03:11 से 08:26:17 तक
गुलिक काल: 11:12:40 से 12:35:35 तक
आर्थिक राशिफल 11 फरवरी: मेष, सिंह और कन्या राशि वाले न करें ये काम, हो सकती है हानि, जानें सभी राशियों का राशिफल
Maha Shivaratri 2021: महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को है, जानें निशिता काल
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, ऐस्ट्रो और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
इंडिया
Advertisement
प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
Opinion