पंचांग के अनुसार 11 फरवरी माघ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि पर मकर राशि में एक विशेष योग बन रहा है. इस दिन मकर राशि में एक नहीं बल्कि सात ग्रहों की युति बन रही है. इस दिन श्रवण नक्षत्र रहेगा. शनि श्रवण नक्षत्र में ही बने हुए हैं. मकर राशि शनि की अपनी राशि है.
मकर राशि में रहेंगे सात ग्रह
मकर राशि में इस दिन सूर्य, गुरु, बुध, शुक्र, शनि और चंद्रमा ग्रह मौजूद रहेंगे. इसके साथ एक अन्य ग्रह प्लूटो भी विराजमान रहेगा. वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस दिन मकर राशि में 9 में से 6 ग्रह एक ही राशि यानि मकर राशि में रहेंगे. ऐसी स्थिति कई वर्षों के बाद बन रही है. मकर राशि में ग्रहों के गोचर का सभी क्षेत्रों पर भी प्रभाव पड़ेगा. ये प्रभाव शुभ-अशुभ दोनों प्रकार का हो सकता है.
शनि और गुरु अस्त रहेंगे
मकर राशि में वर्तमान समय में गुरु, शनि, बुध और सूर्य का गोचर बना हुआ है. जिसमें से शनिदेव और देव गुरु बृहस्पति अस्त हो चुके हैं. गुरु के अस्त होने से शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. शनि के अस्त होने से शनि के प्रभावों में कमी आती है.
मकर राशि वालों का रखना होगा विशेष ध्यान
सात ग्रहों की युति होने से मकर राशि वालों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि ये सभी ग्रह मकर राशि में ही गोचर कर रहे हैं. इस दौरान मानसित तनाव हो सकता है और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है. व्यापार और जॉब में भी कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए पूजा पाठ और धर्म कर्म के कार्य करते रहें.
अमावस्या की तिथि पर नहीं करने चाहिए ये कार्य
पौराणिक मन्याताओं के अनुसार अमावस्या की तिथि पर व्यक्ति को कुछ कार्य को करने से बचना चाहिए. इस तिथि के दौरान रात्रि में अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए. इस दिन पितरों को प्रसन्न करना चाहिए. उनकी पूजा करनी चाहिए. इस दिन गलत आदतों से दूर रहना चाहिए.