Paush Purnima 2024: आज साल की पहली पूर्णिमा पर बना बेहद शुभ योग, सुखी वैवाहिक जीवन के लिए अति उत्तम
Paush Purnima Shubh Yog: आज पौष पूर्णिमा है. इस दिन से तीर्थराज प्रयाग में माघ मेले का आयोजन शुरू होता है. पौष पूर्णिमा की रात्रि को मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इससे वैवाहिक जीवन सुखी रहता है.
Paush Purnima: हिंदू धर्म में पौष माह की पूर्णिमा का खास महत्व होता है. आज यानी 25 जनवरी को साल की पहली पूर्णिमा है. शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहा जाता है. सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का बड़ा महत्व है. यह तिथि चंद्रमा को बहुत प्रिय होती है. इस दिन चंद्रमा अपने पूरे आकार में होता है. आज के दिन स्नान-दान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष पूर्णिमा के दिन काशी, प्रयागराज और हरिद्वार में गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
पौष पूर्णिमा के दिन बना शुभ योग
पौष पूर्णिमा के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:12 बजे से 12:55 बजे तक है. आज सुबह 07 बजकर 31 मिनट से प्रीति योग भी बन रहा है, जो 26 जनवरी को सुबह 07 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगा. ज्योतिषशास्त्र में प्रीति योग को बहुत शुभ माना गया है. कोई भी मंगल कार्य शुरू करने के लिए प्रीति योग को बहुत शुभ माना जाता है. प्रीति योग में कोई भी नया काम, प्रोजेक्ट या गृह प्रवेश करना बहुत अच्छा माना जाता है. यह योग सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भी अति उत्तम माना जाता है.
प्रीति योग के अलावा आज पुनर्वसु नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग और गुरु पुष्य योग जैसे अद्भुत संयोग बन रहे हैं. इस शुभ योग में किए गए पुण्य और धार्मिक कार्यों का ज्यादा फल मिलता है. आज के दिन शरीर पर सरसों का तेल लगाकर स्नान करना चाहिए. लड्डू गोपाल की मूर्ति पर घी चढ़ाना चाहिए. स्नान-दान के बाद श्री विष्णु, देवराज और बृहस्पति देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए.
पौष पूर्णिमा का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में पौष माह को सूर्य देव का माह कहा गया है. इस मास में सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा है. पौष का महीना सूर्य देव का माह है जबकि पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है. इसलिए सूर्य और चंद्रमा का यह अद्भूत संगम पौष पूर्णिमा की तिथि को होता है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों की विधिपूर्वक पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती हैं. सूर्य और चंद्रदेव की कृपा से जीवन में आने वाली सारी बाधाएं दूर होती है.
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करें ये काम
पौष पूर्णिमा की रात्रि को मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. श्री सूक्त, कनकधारा स्तोत्र और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और दरिद्रता दूर करती हैं. आज के दिन मां लक्ष्मी को चावल की खीर का भोग लगाना चाहिए. इससे परिवार में सुख-शांति का आगमन होता है. आज के दिन देवी लक्ष्मी को हरसिंगार के फूल चढ़ाने से विवाह में आ रहीं अड़चनें दूर होती हैं. पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है.
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