(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
शनि देव की पूजा का आज बना है विशेष संयोग, साढ़े साती और ढैय्या से जूझ रहे लोग कर सकते हैं ये काम
Shani Transit 2022: आज मंगलवार का दिन है. शनिवार की तरह मंगलवार का दिन भी शनि देव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए अच्छा माना गया है. इसके साथ ही इस दिन एक विशेष संयोग भी बन रहा है.
Shani Dev, Shani Transit 2022, Mahima Shani Dev Ki : पंचांग के अनुसार 4 जनवरी 2022, मंगलवार को पौष मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन चंद्रमा मकर राशि में विराजमान है. जो कि शनि की ही राशि है. खास बात ये है कि शनि देव वर्तमान समय में अपनी ही राशि यानि मकर में विराजमान है. इसके साथ ही पंचांग के अनुसार मंगलवार को श्रवण नक्षत्र है. प्रात: 10 बजकर 57 मिनट से श्रवण नक्षत्र आरंभ हो चुका है. शनि देव इस समय श्रवण नक्षत्र में ही गोचर कर रहे हैं. इन कारणों से शनि देव की पूजा के लिए आज का दिन बेहद उत्तम माना जा रहा है.
साढ़ेसाती और ढैय्या
मिथुन, तुला पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर तथा कुंभ राशि पर वर्तमान समय में शनि की साढे़ साती चल रही है. इसलिए इन 5 राशि वालों के लिए शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आज का दिन शुभ है.
शनि का श्रवण नक्षत्र में गोचर
पंचांग के अनुसार इस वर्ष शनि राशि परिवर्तन और नक्षत्र परिवर्तन दोनों करने जा रहे हैं. राशि परिवर्तन से पहले शनि नक्षत्र परिवर्तन करेंगे. 22 जनवरी 2021 से शनि श्रवण नक्षत्र में हैं. ज्योतिष शास्त्र में श्रवण नक्षत्र को आकाश मंडल का 22 वां नक्षत्र माना गया है. श्रवण नक्षत्र में तीन तारे आते हैं. जिन्हें भगवान विष्णु के तीन पद चिन्ह बताया गया है.
शनि नक्षत्र परिवर्तन 2022 (Shani Nakshatra Transit 2022)
शनि वर्तमान समय में श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्रवण नक्षत्र में शनि देव का गोचर बीते 22 जनवरी 2021 को आए थे. शनि देव श्रवण नक्षत्र में 18 फरवरी 2022 तक रहेंगे.
श्रवण नक्षत्र के स्वामी कौन हैं?
चंद्रमा को श्रवण नक्षत्र का स्वामी माना गया है और सरस्वती माता इस नक्षत्र की देवी हैं. इस नक्षत्र का अर्थ होता है सुनना.
शनि राशि परिवर्तन 2022 (Shani Transit In 2022)
शनि का राशि परिवर्तन 2022 का महत्वपूर्ण राशि परिवर्तन माना जा रहा है. 29 अप्रैल 2022 को शनि राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन शनि देव मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के स्वामी शनि देव ही हैं. शनि जब अशुभ हों तो व्यक्ति को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. इसके साथ ही साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के दौरान भी व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए गलत कार्यों को करने से बचना चाहिए. मंगलवार और शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.