व्यवहार कुशलता और बौद्धिकता के देवता बुध ग्रह 16 अप्रैल 2021, शुक्रवार को मेष राशि में प्रवेश लेंगे. रात्रि 8 बजकर 55 मिनट पर वे मीन से मेष में जाएंगे.  बुध मेष राशि में सूर्य और शुक्र से युति करेंगे. ये दोनों ग्रह बुध के मित्र ग्रह हैं. सूर्य की युति बुध बुधादित्य योग भी बनाएंगे.


इस त्रिग्रही से प्रकृति और समाज संसार में शुभता का संचार होगा. धनधान्य की प्रचुरता बढ़ेगी. मांगलिक कार्याें के लिए शुभ मुहूर्त बनेंगे.


बुध के इस राशि परिवर्तन से मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, कुंभ और मीन राशि कोे लाभ होगा. वृष कन्या और मकर राशि वालों को बुध के प्रभाव से सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है. कर्क और वृश्चिक के राशि के लिए बुधदेव सामान्य प्रभावशाली रहेंगे.


बुधदेव 1 मई 2021 को प्रातः पांच बजकर 40 मिनट पर मेष राशि से निकलकर वृष राशि में प्रवेश लेंगे. मित्र राशि में बुध और ज्यादा सकारात्मक प्रभाव देंगे.


बुधदेव सूर्य के सबसे नजदीक के ग्रह हैं. हरे रंग की आभायुक्त ग्रह हैं. जातक की कुंडली में बुध अच्छे होने पर गणितीय एवं वाणिज्यिक गतिविधियों में सफलता देते हैं. अशुभ प्रभाव की स्थिति में जातक की तार्किक समझ कमजोर होती है. वह शीघ्रता से निर्णय नहीं ले पाता हैं.

भगवान गणेश की पूजा अर्चना और आराधना से बुध देव के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं. श्रीगणेश जी को दूब, पान के पत्तों की माला और मोदक एवं मूंग की दाल का हलवा चढ़ाएं.