Rahu Effects 2021: ज्योतिष में राहु को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. इनका संबंध हमारे पिछले जन्म के कर्मों से होता है. इनका प्रभाव हर मनुष्य के लिए शुभ और अशुभ कारी होता है. ज्योतिष के मुताबिक, राहु अपने चतुर्थ भाव, अष्टम भाव में और 12वें भाव में एक दूसरे से दृष्टि के अनुसार जुड़े होते है. राहु जिस व्यक्ति की कुंडली में 4, 6, 8 और 12 भाव में विराजमान होते हैं, ऐसे लोग कुछ अलग करने की इच्छा और आकांक्षा रखते हैं. ये वास्तव में काफी उंचाई प्राप्त करते हैं. राहु यदि कुंडली में 12वें भाव में स्थित हैं. तो इन लोगों के पास पूरी दुनिया को संभालने की क्षमता होती है.
राहु के 12वें भाव में होने से जीवन में खुशियां ही खुशियां रहती हैं. जब तक राहु का 12वां भाव नहीं खुलता है. तब तक उन्हें जीवन में कुछ भी प्राप्त नहीं होता है. उनके जीवन में मुसीबतों का पहाड़ टूटता रहता है. ये लोग कितना भी कोशिश कर लें, परंतु इनको सफलता हासिल नहीं होती है.
राहु अगर कुंडली में अच्छी स्थिति में हैं, तो उनकी शादी किसी अच्छे इंसान के साथ होती है. यदि ये कुंडली में कमजोर स्थिति में हैं तो शादी होने के बाद भी न के बराबर ही रहती है. ऐसी शादियां अक्सर टूट जाती हैं. या इनके साथ जबरदस्ती रहना पड़ता है या फिर ना चाहते हुए भी मन दबाकर ही उनके साथ जीवन बिताना पड़ता है. राहु के 12वें भाव में रहने से व्यक्ति विदेश में सेटल हो जाता है. ऐसे लोग अपना जन्म स्थान छोड़कर कहीं दूर जाकर बस जाए तो उन्हें शांति महसूस होगी.
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