Rahu Remedies: राहु एक छाया ग्रह है. ज्योतिष शास्त्र में राहु का स्थान महत्वपूर्ण बताया गया है. व्यक्ति के जीवन की सफलता में राहु का बड़ा हाथ है. वहीं कुंडली (Kundali) में अगर राहु की स्थिति सही नहीं है तो व्यक्ति को आर्थिक नुकसान, मानसिक तनाव जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. साथ ही कई तरह के रोगों का भी सामना करना पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि राहु के खराब होने से कई डिप्रेशन, बाल झड़ना, मानसिक तनाव, नाखून टूटना आदि कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए कुंडली में राहु की स्थिति मजबूत करने के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं. आइए जानते हैं राहु के खराब होने पर कौन से रोगों का सामना करना पड़ता है और इससे बचने के लिए कौन से उपाय किए जाते हैं.
राहु के खराब होने से होने वाले रोग
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु दोष के शुरूआती दौर में व्यक्ति को बदहजमी और गैस की समस्या का सामना करना पड़ता है. धीरे धीरे ये समस्या बढ़कर बवासीर या अन्य पेट संबंधित समस्याओं का रूप ले लेता है.
- राहु ग्रह की स्थिति कुंडली में सही ना होने पर व्यक्ति के बाल झड़ने लगते हैं और धीरे धीरे व्यक्ति गंजा होने लगता है. साथ ही कोई ना कोई समस्या बनी रहने से सिर दर्द बना रहता है. व्यक्ति को जीवन में जब इस तरह की समस्या शुरू हो जाएं तो समझ लें कि राहु के अशुभ प्रभाव की वजह से इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
- राहु के अशुभ प्रभाव के कारण व्यक्ति के नाखुन टूटने लगते हैं और बाल झड़ने लगते हैं. शारीरिक और मानसिक असंतुलन और साथ ही अल्सर और गैस्ट्रिक जैसी परेशानियां भी बनी रहती है. राहु के अशुभ प्रभाव से इस तरह के रोगों का सामना करना पड़ता है.
- राहु खराब होने की वजह से व्यक्ति को डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्याओं का शिकार होना पड़ सकता है. जिसकी वजह से व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है और पागलों जैसा पेश आने लगता है. राहु दोष के कारण व्यक्ति को आंतों की समस्या भी आने लगती है.
- राहु की खराबी से व्यक्ति को स्किन डिजीज की समस्या भी होती है. अशुभ और क्रूर ग्रहों से संपर्क होने से कुष्ट रोग हो सकता है.
राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय
- हनुमान जी और सरस्वती जी की पूजा और चालीसा पाठ करें.
- राहु ग्रह के मंत्र ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: कान रोजाना 108 बार जाप करना चाहिए.
- ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखने चाहिए.
- राहु शांति के व्यक्ति तो तिल और जौ का दान करना चाहिए.
- व्यक्ति को नियमित तौर पर दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए.
- लाल किताब के अनुसार पक्षियों को रोजाना दाना खिलाना चाहिए.
- राहु को शांत रखने के लिए व्यक्ति को हर सोमवार को शिव मंदिर में रूद्राभिषेक करना चाहिए.
- राहु के कुप्रभाल से बचने के लिए तामसिक आहार और मदिरापान के सेवन से बचना चाहिए.
- राहु को शुभ करने के लिए प्रतिदिन सुबह चंदन का तिलक लगाना चाहिए.
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