व्यक्ति की सफलता और असफलता के पीछे ग्रहों की स्थिति का भी बहुत बड़ा योगदान होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब व्यक्ति की जन्म कुंडली में विराजमान ग्रह अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों को सामना करना पड़ता है.
ग्रहों की अशुभता को समय रहते यदि दूर न किया जाए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं. प्रमोशन में रूकावट, जॉब जाने का खतरा और जॉब मिलने में दिक्कत के साथ हर नए कार्य में बाधा आने जैसी दिक्कतें ग्रहों के अशुभ होने पर ही आती है.
सूर्य को मजबूत बनाएं
सूर्य के कमजोर होने से व्यक्ति को प्रमोशन मिलने में परेशानी आती है वहीं आफिस के बॉस और मालिक से संबंध अच्छे नहीं होते हैं. जिस कारण कार्यस्थल पर प्रतिदिन किसी न किसी प्रकार की दिक्कत आती ही रहती है. इसलिए रविवार के दिन सूर्य भगवान की पूजा और जल चढ़ाने से सूर्य को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. सूर्य के मजबूत होने से व्यक्ति के मान सम्मान में वृद्धि होती है और नेतृत्व करने की क्षमता में सुधार होता है.
राहु-केतु की अशुभता को दूर करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु ऐसे ग्रह हैं जो अशुभ होने पर व्यक्ति को सबसे अधिक परेशान करते हैं. इन दोनों ग्रहों के अशुभ होने पर हर कार्य में बाधा, भ्रम की स्थिति और हानि प्रदान करते हैं. राहु-केतु की अशुभता को दूर करना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये दोनों ग्रह व्यक्ति को मानसिक तनाव, जॉब में रूकावट भी पैदा करते हैं. राहु-केतु की अशुभता को दूर करने के लिए शिव परिवार की उपासना करनी चाहिए. गलत संगत और गलत आदतों से दूर रहना चाहिए.
बृहस्पति ग्रह दिलाएगा सफलता
जीवन में सफलता दिलाने में बृहस्पति ग्रह का विशेष योगदान होता है. बृहस्पति ग्रह यानि गुरु जब अशुभ होता है तो उच्च पद प्राप्त करने में बाधा आती है, सम्मान में भी कमी आती है. बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने से नौकरी में आने वाली बाधाएं दूर होती है. बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरूजनों का सम्मान करें और भगवान विष्णु की पूजा करें.
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