Rahu Ketu Remedies: राहु और केतु को ज्योतिष शास्त्र में छाया ग्रह माना गया है. राहु को सिर और केतु का धड़ माना गया है. यानि राहु के पास धड़ नहीं है और केतु के पास सिर नहीं है. इन दोनों ग्रहों को साहसी ग्रह भी माना गया है.


कालसर्प और पितृ दोष का करते हैं निर्माण
राहु और केतु दो सबसे खराब माने जाने वाले दोषों का निर्माण करते हैं. राहु-केतु के कारण ही जन्म कुंडली में कालसर्प दोष और पितृ दोष का निर्माण होता है. ये दोष व्यक्ति को हर कार्य में बाधा उत्पन्न करते हैं. धन, सेहत, जॉब, बिजनेस, शिक्षा, दांपत्य जीवन आदि के लिए ये दोष बहुत कष्टकारी माने गए हैं.


अशुभ राहु-केतु के लक्षण
राहु और केतु व्यक्ति को बहुत संघर्ष कराते हैं. इतना संघर्ष कराते हैं कि कभी इंसान हताश और निराश तक हो जाता है. उसे जीवन से मोह समाप्त हो जाता है और कभी कभी गलत कदम उठाने की कोशिश भी करता है. इन ग्रहों के कारण व्यक्ति परेशानियों और संकटों से हर समय घिरा रहता है. इसके साथ ही जीवन में अचानक हानि मिलने लगती है. व्यक्ति के जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं के पीछे राहु-केतु का सबसे बड़ा हाथ होता है.


इन स्थितियों में हो जाना चाहिए सावधान
राहु- केतु जब खराब होते हैं तो व्यापार में अचानक नुकसान होना शुरू हो जाता है. कभी कभी स्थापित बिजनेस अचानक बर्बाद हो जाता है. धन के मामले में अचानक बड़ी हानि उठानी पड़ती है. गंभीर रोग देने का कभी कार्य करता है राहु-केतु. यही नहीं व्यक्ति को गलत संगत और नशे जैसी गलत लत भी देता है. मानसिक तनाव की स्थिति भी बनती है.


राहु-केतु का उपाय
राहु और केतु का उपाय करना बहुत ही जरूरी हो जाता है. राहु और केतु को शांत करने के लिए व्यक्ति को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. गणेश जी की पूजा से भी इन ग्रहों की शांत किया जा सकता है. इसके साथ ही बुरी संगत और गलत आदतों से दूर रहना चाहिए. पशु-पक्षियों की सेवा करनी चाहिए और जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करने से इन ग्रहों की अशुभता को दूर करने में मदद मिलती है.


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