Jyotish Vidya: जिसकी कुंडली में राहु और मंगल का कांबिनेशन है, उनको बहुत सावधानी के साथ जीवन में उतारना होगा. अन्यथा यह विध्वंसक भी हो सकता है. ग्रहों में सेनापति मंगल जोकि योद्धा हैं, इनके अंदर प्रबंधन क्षमता अत्यधिक मात्रा में हैं. मंगल से ही जीवन मांगल्य होता है. मंगल ही शरीर हैं.. मंगल रक्त है और मंगल ही आपकी पर्सनालिटी को भी दर्शाने वाला है. मंगल सभी के लिए सिर से भी संबंध बनाते है. ऐसे व्यक्ति को क्रोध कम करना चाहिए और भाई से प्रेम रखना चाहिए, क्योंकि राहु और मंगल झगड़ा कराता है. 


राहु केवल सिर ही है वह भी असुर का सिर. राहु की मार्केटिंग ठीक नहीं की गई है. क्योंकि राहु बहुत इंटेलिजेंट है. इसका प्रमाण समुद्र मंथन में निकले अमृत को चालाकी से पी लेना मामूली बात नहीं थी. और वह भी जब स्वयं श्री विष्णु मोहनी स्वरूप रख कर वितरित कर रहे थे. असुर को पहचानने के बाद भी जो सुदर्शन चक्र चलाया उसकी भी टाईमिंग राहु के छल को काट न सकी. यानी अमृत का घूंट गले के नीचे उतर गया, और राहु केतु आज अमर है.


राहु विस्फोट धमाका और संक्रमण का कारक है.  मंगल और राहु का कांबिनेशन अंगारक योग बनाता है.  मंगल अग्नि है, और राहु विस्फोट यानी अग्नि का अनियंत्रित रूप. कुंडली में मंगल और राहु की युति हो जाए यानी एक ही घर (राशि) में हों तो अंगारक योग बनता है.  मंगल अग्नि और राहु विस्फोट है. राहु किसी भी चीज को अचानक विस्तार देने वाला होता है. एक उदाहरण समझते हैं कि किसी जलती हुई भट्टी में कोई बारूद डाल दें, तो विस्फोट के साथ यह अग्नि विध्वंसक हो जाएगी. यानी मंगल की ऊर्जा गलत दिशा में राहु घुमाने की दम रखता है. बारूद कीमती चीज होती है अगर यह आग से दूर रहे तो किसी दुर्घटना का खतरा नहीं होता है, और यदि नियंत्रण में रहे तो आप शत्रुओं पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं. 


परमाणु ऊर्जा का प्रयोग विध्वंस के लिए भी किया जा सकता है और सकारात्मक तरीके से बिजली भी बनाई जा सकती है. लेकिन राहु के साथ मंगल विध्वंसक अधिक होता है इसलिए विध्वंसक अग्नि को नियंत्रित करने के लिए तोप की नली की भांति अनुशासित मार्ग होना चाहिए. राहु विष है. यह उपयोगी होते हुए भी शरीर के अंदर के लिए सदैव हानिकारक है. राहु सदैव स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं क्योंकि इसकी शारीरिक स्थिति खुद ही बिगड़ी है.


-मंगल स्वास्थ्य के लिए ज्यादा घातक हो जाता है क्योंकि मंगल ही रक्त है मंगल ही शरीर मंगल ही सिर है. इसलिए जिनकी कुंडली में राहु मंगल साथ में है उनको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए  जो निम्न है-


1- वाहन बहुत सावधानी के साथ चलाना चाहिए, साथ ही ऐसे लोगों को कंपनी फिटेड सीएनजी गैस किड का इस्तेमाल करना चाहिए. 


2- ऐसे लोगों को रिवाल्वर, पिस्टल आदि भी नहीं रखनी चाहिए, अन्यथा दुर्घटना का कारण बन सकती है. 


3- घर में वायरिंग, बिजली के उपकरणों को भी बहुत दुरुस्त रखना चाहिए. सदैव इलेक्ट्रीशियन से ही काम कराना चाहिए न कि स्वयं करने लगें. 


4- जिन लोगों की कुंडली में राहु मंगल एक साथ है उन्हें जीवन में सदैव खाने-पीने में आजीवन हाइजनिक रहना चाहिए. 


5- बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचकर रहना चाहिए. फूड प्वाइजनिंग से भी बचकर रहना होगा.


6- यात्रा के दौरान किसी अपरिचित का दिया न खाएं, यह घातक हो सकता है.


यह भी पढ़ें:
मधुमेह हो तो शांत करें शुक्र, अलग-अलग ग्रह ग्रसित करते हैं विभिन्न रोगों से जानिए किस ग्रह से कौन सा रोग 


चौराहा पार करते समय बीच से न निकले, फंस सकते हैं नकारात्मक ऊर्जा के चक्र में. क्या करें और क्या न करें