Rahu Ka Rashi Parivartan: ज्योतिष शास्त्र में राहु ग्रह को छाया और मायावी ग्रह बताया गया है. राहु की सूर्य और चंद्रमा से शत्रुता है. राहु वर्तमान समय में वृषभ राशि में गोचर कर रहा है. राहु शुभ होने पर अत्यंत शुभ फल प्रदान करता है. ज्योतिष शास्त्र में राहु को जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं का कारक माना गया है.


राहु का स्वभाव
राहु वक्री रहता है. ये कभी मार्गी अवस्था में नहीं आता है. राहु शुभ होने पर व्यक्ति को अचानक जमीन से आसमान पर बैठा देता है. राहु को एक साहसी ग्रह माना गया है. राहु प्रधान व्यक्ति को समझना मुश्किल होता है, इन्हे सहज समझ पाना मुश्किल होता है. राहु शुभ होने पर व्यक्ति को राजनीति, कला, संचार और व्यापार आदि में विशेष लाभ प्रदान करता है, वहीं अशुभ राहु व्यक्ति को गलत आदतों में लिप्त कर देता है और जीवन विवाद, बाधा और परेशानियों से भर देता है.


राहु में शनि के गुण भी पाए जाते हैं
राहु में शनि के भी गुण पाए जाते हैं, शनि को क्रूर ग्रह माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु की शनि के साथ साथ बुध और शुक्र के साथ मित्रता है. जन्म कुंडली के चौथे, आठवें और 12वे भाव में राहु शुभ फल प्रदान नहीं करता है.


राहु का राशि परिवर्तन
ज्योतिष गणना के अनुसार वर्ष 2021 में राहु का कोई राशि परिवर्तन नहीं है. इस वर्ष राहु सिर्फ नक्षत्र परिवर्तन करेगा. वर्तमान समय में राहु रोहिणी नक्षत्र में विराजमान है. पंचांग के अनुसार राहु 27 जनवरी 2021 से चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में गोचर कर रहा है. राहु 05 अक्टूबर 2021 को कृत्तिका में नक्षत्र प्रवेश करेगा. राहु बीते 23 सितंबर 2020 को वृषभ में आया था. राहु का राशि परिवर्तन अगले वर्ष यानि 12 अप्रैल 2022 को होगा. राहु का गोचर मेष राशि में होगा. इस दौरान मेष राशि वाले गलत कार्य और गलत संगत से बचें.  


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