Vastu Tips For Rama And Shyama Tulsi: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार तुलसी के पौधे में भगवान लक्ष्मीनारायण का वास होता है. यही कारण है कि लोग इस पौधे को अपने घर और आंगन में लगाते हैं और नियमित रूप से इसकी पूजा करते हैं. इसके साथ ही सुबह घर में तुलसी को जल भी चढ़ाया जाता है और शाम को उसके नीचे दीपक जलाया जाता कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है.
वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख और शांति प्रदान करता है. हिन्दू धर्म में दो प्रकार की तुलसी का उल्लेख किया गया है- एक है राम तुलसी और दूसरी है श्यामा तुलसी. साथ ही जानिए किस दिन इसे घर में लगाना शुभ माना जाता है.
रामा और श्यामा तुलसी लगाने का शुभ दिन
कार्तिक मास में तुलसी माता का विशेष पूजन किया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए कार्तिक मास के किसी भी गुरुवार को रामा या श्यामा तुलसी घर में लगाई जा सकती है.
तुलसी का पौधा रखने की सही दिशा
- वास्तु शास्त्र तुलसी के पौधे को घर में आदर्श दिशा में रखने की सलाह देता है.
- तुलसी को पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है.
- यदि आप तुलसी को बालकनी या खिड़की के पास रख रहे हैं तो उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा उपयुक्त है.
- वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा पानी की दिशा है.इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.
इन बातों का भी रखें ध्यान
- सुनिश्चित करें कि पौधे के पास पर्याप्त धूप उपलब्ध हो.
- पौधे को हमेशा विषम संख्या में रखें जैसे एक, तीन या पांच.
- पौधे के आसपास झाड़ू, जूते या कूड़ेदान जैसी चीजें न रखें.
- फूल वाले पौधों को हमेशा तुलसी जी के पास ही लगाएं.
- घर में तुलसी का सूखा पौधा रखने से बचें क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है.
रामा तुलसी
न सिर्फ वास्तु शस्त्र में बल्कि ज्योतिष शास्त्र में भी रामा और श्यामा तुलसी दोनों का विशेष महत्व है. वास्तु शास्त्र की मानें तो घर में दोनों हई प्रकार की तुलसी लगाना शुभ है. दोनों ही प्रकार की तुलसी की अपनी अलग पहचान है. जिस तुलसी के पत्ते हरे रंग के होते हैं वह रामा तुलसी कहलाती है.मान्यता है यह भगवान श्री राम को प्रिय थी. रामा तुलसी के पत्तों में मीठापन होता है. रामा तुलसी की पत्तियों का उपयोग पूजा के लिए भी किया जाता है. रामा तुलसी को घर में लगाने से घर में सुख शांति व्याप्त रहती है.
श्यामा तुलसी
जैसा कि नाम से ही विदित है श्यामा तुलसी के पत्ते श्याम रंग के या थोड़े से बैंगनी रंग के होते हैं.इसलिए इसे श्यामा तुलसी का नाम दिया गया है. ज्योतिषविदों के अनुसार श्यामा तुलसी का एक अन्य नाम कृष्ण तुलसी भी है. इनका सीधा संबंध कहा जाता है.मान्यता है कि ई तुलसी का रंग श्रीकृष्ण के रंग के समान है इसीलिए इसका संबंध श्रीकृष्ण से जोड़ा जाता है.श्यामा तुलसी का प्रयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है.
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