Ramadan Jumma Mubarak: रमजान के आखिरी जुम्मा पर करीबियों, रिश्तेदारों व प्रियजनों को इन संदेशों के साथ दें अलविदा जुम्मा की मुबारकबाद
Ramadan Jumma Mubarak: रमजान महीने के आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुम्मा कहते हैं. इसके बाद से ही लोग ईद की तैयारियां शुरू कर देते हैं. अलविदा जुम्मा रमजान के तीसरे अशरे या आखिरी 10 दिनों में पड़ता है.
Ramadan Jumma Mubarak 2023 Wishes in Hindi: रमजान के मुबारक महीने की शुरुआत 24 मार्च 2023 से हो चुकी है और इस पाक महीने में रोजेदार रोजा रख रहे हैं. 21 अप्रैल 2023 को रमजान का अलविदा जुम्मा होगा और इसके बाद ईद मनाई जाएगी.
इस बार रमजान का महीना बहुत ही खास भी है. क्योंकि इस बार रमजान महीने की शुरुआत जुम्मे के दिन से ही हुई. वहीं शनिवार 22 अप्रैल को भारत में ईद मनाई जाएगी और इस तरह से रमजान महीने का आखिरी दिन भी अलविदा जुम्मा के दिन ही पड़ेगा. इस्लाम में जुम्मा के दिन को बहुत शुभ माना गया है.
रमजान के अलविदा जुम्मा के दिन रोजेदार अलविदा जुम्मा की नमाज अदा करते हैं. अलविदा जुम्मा रमजान के तीसरे अशरे यानी कि रमजान के आखिरी 10 दिनों में पड़ता है और अलविदा जुम्मा के बाद से ही लोग ईद की तैयारियों में जुट जाते हैं. इसलिए इसे छोटी ईद भी कहा जाता है. रमजान के अलविदा जुम्मे के खास दिन पर आप भी अपने करीबियों, रिश्तेदारों, दोस्तों और प्रियजनों को अगर इसकी बधाई देना चाहते हैं तो इन खास संदेशों, शायरियों और मैसेज के जरिए अलविदा जुम्मा मुबारक कह सकते हैं.
अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है जरूर देता है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!
या अल्लह आज जुमा की नमाज के बाद जितने भी
हाथ तेरी बारगाह में दुआ के लिए उठे हैं
सब की दुआ कुबूल फरमा
अलविदा जुम्मा की मुबारक
वो अर्श का चरागाह है
मैं उस के कदमों की धूल हूं
ऐ जिंदगी गवाह रहना
मैं गुलाम-ए-रसूल हूं
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
हवा की खुशबू मुबारक
फिजा को मौसम मुबारक
दिलों को प्यार मुबारक
आपको हमारी तरफ से अलविदा जुम्मा मुबारक
जिसका दिल खुदा के खौफ से खाली हो
उसके घर कभी रहमत से नहीं भर सकता
जो नसीब में है वो चलकर भी आएगा
जो नसीब में नहीं वह आकर भी चला जाएगा
अलविदा जुम्मा मुबारक हो
जिसने बना दिया हर घर को गुलिस्तान,
चला जायेगा वो मेहमान,
तोहफे में दे जा रहा है ईद सभी को
अलविदा अलविदा माहे रमजान
वाह रमजान तेरी रुक्सत को सलाम,
जाते-जाते आसमानों को भी रुला दिया
अलविदा अलविदा माहे रमजान
तस्वीर-ए-कायनात का अक्स है अल्लाह,
दिल को जो जगा दे वो एहसास है अल्लाह,
ऐ बंदे-मोमिन तेरा दिल क्यों उदास है,
हर पल हर लम्हा तेरे पास है अल्लाह
अलविदा जुमा मुबारक
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही है दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
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