Ketu Gochar 2021: केतु ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में एक पाप ग्रह माना गया है. केतु को लेकर अधिकतर लोगों की धारणा ये है कि केतु अशुभ फल ही प्रदान करता है. राहु और केतु से अशुभ योग बनते हैं. कालसर्प दोष और पितृ दोष दो ऐसे ही खतरनाक योग माने गए हैं.


केतु ग्रह सदैव ही अशुभ फल प्रदान करता है. ऐसा नहीं है कुछ मामलों में केतु अत्यंत शुभ फल भी प्रदान करता है. वर्ष 2021 की तो इस वर्ष केतु का गोचर किसी भी राशि में नहीं हो रहा है. लेकिन नक्षत्र परिवर्तन करेगा. वर्ष 2021 की शुरुआत में केतु ज्येष्ठा नक्षत्र में रहेगा. इसके बाद 2 जून को शनि ग्रह के नक्षत्र अनुराधा में प्रवेश करेगा. जहां अंत तक इसी नक्षत्र में रहेगा. इस वर्ष केतु किसे लाभ और हानि कराने जा रहे हैं, जानते हैं सभी राशियों का भविष्यफल.


मेष राशि
मेष राशि वालों को केतु अष्टम भाव के फल प्रदान करेगा. क्योंकि इसका गोचर आपकी राशि से आठवें भाव में हो रहा है. केतु मानसिक तनाव में वृद्धि करेगा. रोग आदि भी दे सकता है. वहीं चोट भी लग सकती है, इसलिए ध्यान रखें. वाद विवाद की स्थिति से बचें. वाहन चलाते समय सर्तकता बरतें.


वृषभ राशि
वृष राशि वालों को केतु मिले-जुले परिणाम देगा. केतु का गोचर सातवें भाव में हो रहा है. जीवन साथी का ध्यान रखें. विवाद न करें. प्रेम करने वालों को सफलता मिलेगी. विवाह का योग भी बन सकता है. बिजनेस में भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. मान सम्मान भी केतु प्रदान करने जा रहे हैं.


मिथुन राशि
मिथुन राशि से केतु को गोचर षष्ठम भाव में है. इस दौरान जीवन में कई प्रकार के उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. संघर्ष करना पड़ सकता हे. सेहत का ध्यान रखें. किसी विवाद से निकल सकते हैं. शिक्षा में लाभ होगा. एग्जाम में अच्छा प्रर्दशन करेंगे. जमीन संबंधी मामलों में जल्दबाजी न करें, नुकसान हो सकता है.


कर्क राशि
कर्क राशि से केतु का गोचर पंचम भाव में है. इस दौरान संतान की शिक्षा को लेकर चिंता बनी रहेगी. मित्रों का अच्छा सहयोग प्राप्त होगा. विदेश से शिक्षा प्राप्त करने की दिशा में किए गए प्रयास सार्थक होंगे.


सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए केतु कुछ हानि दे सकते हैं. चौथे भाव में केतु विराजमान है जो माता की सेहत प्रभावित कर सकता है. तनाव और कलह हो सकती है. जमीन से जुड़े मामलों में लाभ होगा. धन का व्यय होगा. धन के मामले में इस वर्ष ध्यान रखना होगा.


कन्या राशि
कन्या राशि से केतु का गोचर तृतीय भाव में रहेगा. इस वर्ष केतु जॉब में अच्छी सफलता प्रदान कर सकता है. सम्मान प्राप्त होगा. आर्थिक लाभ भी केतु कराने जा रहा है. इस दौरान यात्रा भी कर सकते हैं. शत्रुओं को पराजित करने में सफल रहेंगे. तरक्की के नए मार्ग खुलेंगे. प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है.


तुला राशि
तुला राशि से केतु द्वितीय भाव में रहेगा. साल के आरंभ में सावधानी बरतने की जरूरत है. घर परिवार में किसी बात को लेकर तनाव हो सकता है. व्यापार में लाभ होगा, विदेश से अधिक लाभ की संभावना बन रही है. जीवन साथी से खुलकर बात करें. जमीन से जुड़े मामलों में सफलता मिलेगी. सेहत का ध्यान रखें.


वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए केतु का गोचर महत्वपूर्ण है. क्योंकि आपकी राशि में केतु का गोचर है. केतु आपके प्रथम भाव में बैठे हैं. केतु मानसिक तनाव दे सकते हैं. नए वर्ष में वाणी को मधुर बनाए रखें. आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के बारे में सोचेंगे. भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा. निर्माण कार्य करा सकते हैं.


धनु राशि
धनु राशि वाले को संभलकर रहने की जरूरत है. इस वर्ष केतु आपकी राशि से 12वें भाव में है. इसका फल अच्छा नहीं माना जाता है. इस दौरान में मन में वैराग्य की भावना रहेगी. कुछ अलग करने की सोचेंगे. जीवन साथी का ध्यान रखें. खर्चों पर काबू रखें. निवेश सोच समझ कर करें.


मकर राशि
मकर राशि के जातकों को कुछ मामलों में केतु अच्छे फल देने जा रहे हैं. केतु का गोचर एकादश भाव में रहेगा. केतु लाभ में वृद्धि करेगा और अचानक लाभ की स्थिति भी बना सकता है. शत्रु पराजित होंगे. मान सम्मान प्राप्त होगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. क्रोध और किसी का अपमान न करें.


कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों को जॉब और व्यापर में उतार चढ़ाव महसूस हो सकता है. केतु का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में है. जॉब बदल सकते हैं. तनाव से दूर रहने का प्रयास करें.


मीन राशि
मीन राशि वालों को केतु अधिक धार्मिक बना सकता है. नवम भाव में केतु का गोचर हो रहा है. इस दौरान कुछ मामलों में असफलता मिल सकती है, लेकिन धैर्य न खोएं. विदेश यात्रा से लाभ हो सकता है.


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