शुक्र का राशि परिवर्तन: 28 सितंबर को शुक्र कर्क राशि से सिंह राशि में करेंगे गोचर, धनु राशि वाले रहें सावधान
Dhanu Rashifal: धनु राशि वालों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन महत्वपूर्ण है. 28 सितंबर को शुक्र का राशि परिवर्तन हो रहा है. कर्क राशि से निकल कर शुक्र अब सिंह राशि में गोचर करेगें. धनु राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा आइए जानते हैं राशिफल.
Venus Transit 2020: पंचांग के अनुसार आश्विन मास में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी की तिथि को शुक्र ग्रह अपनी राशि बदलने जा रहा है. यानि शुक्र 28 सितंबर 2020 को रात्रि 12 बजकर 50 मिनट पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. सिंह राशि में शुक्र का गोचर 23 अक्टूबर 2020 को प्रात: 10 बजकर 44 मिनट रहेगा. शुक्र का राशि परिवर्तन सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालेगा, लेकिन धनु राशि के लिए शुक्र का यह गोचर कैसा रहेगा इसे जानते हैं.
शुक्र का स्वभाव ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को सबसे अधिक चमकने वाला ग्रह माना गया है. शुक्र को लग्जरी लाइफस्टाइल, गैजेट्स, वाहन, घूमना, दांपत्य जीवन आदि का कारक माना गया है. शुक्र को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है. लेकिन कभी कभी शुक्र अशुभ होने पर खराब फल भी देता है. शुक्र प्रधान व्यक्ति हमेशा उल्लास और आनंद की तलाश में रहते हैं. शुक्र प्रधान व्यक्ति का सुखेश बहुत ही बलवान होता है ऐसे लोगों के पास धन हो या न हो, इनके अमोद प्रमोद में कोई कमी नहीं आती है.
शुक्र के अशुभ होने पर आती हैं ये परेशानियां शुक्र जब जन्म कुंडली में अशुभ हो या पाप ग्रह से पीड़ित हो तो व्यक्ति को संकट और परेशानियों को सामना करना पड़ता है. ऐसे लोगों का दांपत्य जीवन मुश्किलों से भर जाता है. जीवन साथी को सदैव शक बना रहता है. गंभीर रोग घेर लेता है और अनैतिक संबंधों को लेकर अपयश का सामना भी करना पड़ता है. अशुभ शुक्र व्यक्ति के खर्चो में भी वृद्धि करता है. ऐसे व्यक्ति आमदनी से अधिक खर्च करते हैं.
धनु राशि पर शुक्र गोचर का प्रभाव धनु राशि में शुक्र का गोचर कुंडली के नवम भाव मे होने जा रहा है.धनु राशि वालों के छठवें और एकादश भाव का स्वामी शुक्र है. जन्म कुंडली के नवम भाव से भाग्य, पिता, धार्मिक विचार, यात्रा आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है. शुक्र का राशि परिवर्तन धनु राशि वालों के लिए कुछ शुभ तो कुछ अशुभ समाचार लेकर आ रहा है.
शुक्र के गोचर के दौरान धनु राशि वाले परिवार में संबंधों को लेकर सचेत रहें. कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे परिवार के सदस्यों से संबंध खराब होने की स्थिति पैदा हो. पिता का ध्यान रखें. उनकी सेवा करें. धार्मिक आयोजनों में प्रतिभाग करें. मंदिर आदि के निर्माण या मंदिर में दान देने के विचार आ सकते हैं. विद्यार्थी इस दौरान पढ़ाई में मन लगाएं और अधिक बोलने और बहस करने से बचें. धन के मामले में लाभ प्राप्त होगा. इस दौरान यात्रा का भी योग बन सकता है. जीवन साथी का ध्यान रखें. ऐसा आचरण न करें जिससे दांपत्य जीवन में दिक्कत आए.
उपाय: शुक्र की अशुभता से बचने के लिए धर्म कर्म के कार्यों में रूचि लें. भगवान विष्णु की उपासना करें. और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करें. जीवन साथी को प्रसन्न रखें.
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