Jyotish Vidya: मिथुन राशि में राहु उच्च और धनु राशि में राहु नीच का होता है. ज्योतिष शास्त्र में राहु का एक पाप ग्रह माना गया है. इस छाया ग्रह भी कहा जाता है. राहु जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुभ होता है तो व्यक्ति एक ही पल में जमीन से आसमान पर बैठा देता हैं. वहीं जब यह अशुभ होता है तो व्यक्ति को आसमान से जमीन पर लाकर पटक देता है.
राहु का स्वभाव
राहु को पाप ग्रह माना गया है. इसलिए राहु ग्रह को झूठ बोलने वाला, कुष्ट रोग, गलत कार्य करने वाला माना गया है लेकिन जब यह शुभ ग्रहों से दृष्ट हो और कुंडली के शुभ में आकर बैठ जाए तो व्यक्ति को धर्म के प्रति आस्थावान, रहस्यवाद की तरफ भी ले जाता है. राहु व्यक्ति को विद्वान भी बनाता है. राहु प्रधान व्यक्ति को समझ पाना बहुत ही कठिन होता है. ये अपने शत्रु को कठोर सजा देते हैं. आद्रा, स्वाति और शतभिषा नक्षत्र का स्वामी राहु का माना गया है.
मिथुन राशि: राहु वर्तमान समय में आपकी ही राशि में गोचर कर रहा है. राहु 23 सितंबर 2020 को सुबह 8:20 बजे तक मिथुन राशि में रहेगा. राहु की सदैव उल्टी चाल चलता है. राहु 7 मार्च 2019 से कर्क राशि से मिथुन राशि में आया था. राहु का गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा. लेकिन यादि जॉब, व्यापार, सेहत और धन के मामले में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो राहु का उपाय करना बहुत ही जरूरी होता है.
राहु का उपाय
राहु यादि मानसिक तनाव दे रहा है, निरंतर धन हानि हो रही है तथा जमा पूंजी धीरे नष्ट हो रही है तो इस मंत्र का नित्य जाप करना चाहिए.
ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता।।
धनु राशि: राहु धनु राशि में नीच का माना जाता है. धनु राशि पर राहु की दृष्टि पड़ती है तो व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जॉब में छूट जाती है. कोई रोग घेर लेता है, संगे संबंधियों से रिश्ते खराब होने लगते है. धन का संकट भी पैदा हो जाता है और व्यक्ति को कर्जदार भी बना देता है. इस तरह की समस्याएं आ रही हैं तो राहु का उपाय करना चाहिए.
मंत्र: राहु का शुभ फल प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
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