Sun transit 2020: पंचांग के अनुसार 16 सितंबर 2020 को सूर्य सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में आ जाएंगे. सूर्य का यह राशि परिवर्तन कन्या संक्रांति कहलाता है. कन्या संक्रांति का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर कन्या राशि वालों का क्या शुभ-अशुभ फल देने जा रहा है.
कन्या राशि में सूर्य को गोचर
कन्या राशि में सूर्य का गोचर विशेष फल प्रदान करने वाला रहेगा. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को बेहद प्रभावशाली ग्रह माना गया है. सूर्य आत्मा का कारक है. सूर्य ऊर्जा का भी कारक है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य प्रभावी यानि मजबूत स्थिति में होते हैं वह राजा के समान जीवन यापन करता है. सूर्य नेतृत्वकर्ता है.
कन्या राशि वालों को जॉब और बिजनेस में होगा लाभ
कन्या राशि में सूर्य का गोचर जॉब और बिजनेस के लिए लाभकारी साबित हो सकता है. यादि जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ है तो इसके फलों में और अधिक वृद्धि हो सकती है. सूर्य का यह गोचर कन्या राशि वालों को प्रमोशन, स्थान परिवर्तन आदि करा सकता है. वहीं व्यापार के क्षेत्र में भी सूर्य लाभ प्रदान कर सकते हैं. नए निवेश के लिए रास्ते खुल सकते हैं. नए प्रोजेक्ट शुरू हो सकते हैं.
कन्या राशि में सूर्य कब तक रहेंगे
कन्या राशि में सूर्य 16 सितंबर 2020 को शाम 07 बजकर 07 मिनट पर प्रवेश करेंगे. इस समय से ही सूर्य का कन्या राशि में गोचर आरंभ होगा. सूर्य कन्या राशि में 17 अक्टूबर 2020 तक रहेंगे. इसके बाद सूर्य कन्या राशि को छोड़कर तुला राशि में गोचर करेंगे.
इन बातों का रखें ध्यान
कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर कुछ मामलों में नकारात्मक फल भी प्रदान कर सकता है. कन्या राशि के जातक सूर्य के गोचर के दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें. सूर्य का गोचर दांपत्य जीवन में परेशानी पैदा कर सकता है. दूसरे लोगों के हितों का ध्यान रखें. दान आदि के कार्याें में रूचि लेने से सूर्य की अशुभता को कम किया जा सकता है. सूर्य देव को नित्य जल अर्पित करें.
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