Mangal Gochar 2020: पंचांग के अनुसार मंगल ग्रह का राशि परिवर्तन 24 दिसम्बर 2020 को होने जा रहा है. मेष राशि में मंगल का गोचर होने से सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. मेष, वृषभ और मिथुन राशि पर मंगल का राशि परिवर्तन क्या परिणाम लाने जा रहा है, आइए जानते हैं.


मेष राशि वालों के दांपत्य जीवन में आ सकती है परेशानी
मेष राशि के लिए मंगल ग्रह का राशि परिवर्तन बहुत ही महत्वपूर्ण है. मेष राशि का स्वामी मंगल है. मेष राशि से प्रथम भाव में मंगल ग्रह का गोचर होने जा रहा है.ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली का पहला घर शारीरिक संरचना, रंग-रुप, नॉलेज, स्वभाव, बचपन और आयु का कारक माना गया है. मंगल का इस भाव में आना व्यवहार में बदलाव लाने वाला होगा. इस दौरान अधिक ऊर्जा के कारण कार्यों को जल्दबाजी से करेंगे, जो नुकसान का कारण भी बन सकता है. इसलिए जल्दबाजी न करें. दांपत्य जीवन से जुड़ी कुछ समस्याएं हो सकती हैं. क्रोध पर काबू रखें. सेहत का ध्यान रखें. भूमि, संपत्ति से लाभ प्राप्त होगा. वाहन चलाते समय सावधानी बरतें. अग्नि अस्त्रों से दूर रहें.


वृषभ राशि वाले धन का करेंग व्यय
वृष राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह मिलेजुले फल लेकर आ रहे हैं. इसका कारण ये है कि मंगल का गोचर आपकी कुंडली में 12 वें भाव में होने जा रहा है, जो कि व्यय का भाव माना गया है. मंगल का 12वें भाव में आने से धन की हानि हो सकती है. इस दौरान शॉपिंग आदि पर अधिक धन खर्च कर सकते हैं. भवन निर्माण पर भी धन व्यय कर सकते हैं. इस गोचर काल में धन का व्यय अधिक होगा. इसलिए सोच समझकर व्यय करें. छोटे भाई-बहनों से संबंध मधुर बनाकर कर रखें. सभी प्रकार के उधार चुका सकते हैं. दांपत्य जीवन में तनाव आ सकता है. गुस्सा आदि न करें, नहीं तो बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.


मिथुन राशि वालों को प्रमोशन और धन लाभ होगा
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल अत्यंत शुभ फल प्रदान कर सकता है. मंगल का गोचर एकादश भाव में होने जा रहा है. इस भाव को लाभ का भाव भी कहा गया है. मंगल इस भाव में शुभ फल प्रदान करता है. मिथुन राशि वालों को मंगल गोचर में सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला साबित हो सकता है. रोग आदि से बचाव होगा. जॉब में तरक्की और बिजनेस में भी लाभ प्राप्त होगा. इस दौरान आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी. मान सम्मान भी प्राप्त होगा. परिवार के साथ भी अच्छा समय गुजरेगा. लव पार्टनर का ध्यान रखें. ब्रेकअप भी हो सकता है. संतान की शिक्षा को लेकर तनाव हो सकता है.


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