Budh Rashi Parivartan 2020: कन्या राशि में बुध का गोचार विशेष महत्व रखता है. अभी तक बुध, सिंह राशि में गोचर कर रहा था. सिंह राशि में अपनी यात्रा को पूर्ण करने के बाद बुध कन्या राशि में आ गया है.


कन्या राशि का स्वामी है बुध
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध कन्या और मिथुन राशि का स्वामी माना गया है. बुध का अपने घर में आना विशेष फलदायी माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध को बुद्धि, ज्ञान, व्यापार और कम्युनिकेशन का कारक भी माना गया है. बुध शुभ हो तो व्यक्ति विद्वान होता है. बुध को कन्या राशि में उच्च का और मीन राशि में नीच का माना गया है. बुध को बृहस्पति की संतान भी माना गया है. इसीलिए बुध में बृहस्पति की भी विशेषताएं भी पायी जाती हैं.


कन्या राशि में बुध का गोचर
02 सितम्बर 2020 से अपराह्न 12 बजकर 11 मिनट पर बुध ग्रह का कन्या राशि में प्रवेश हुआ था. कन्या राशि में बुध का गोचर शुभ फल प्रदान करने वाला माना जा रहा है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में बुध मजबूत अवस्था में है, उन्हें लाभ प्रदान करेगा. ऐसे लोगों की वाणी में मधुरता आइएगी. व्यापार और शिक्षा के क्षेत्र में शुभ फल प्राप्त होंगे. जो लोग कम्युनिकेशन, प्रकाशन जैसे कार्यों से जुड़े हुए हैं उन्हें भी बुध अच्छा फल प्रदान करेगा. बुध का गोचर कन्या राशि के जातकों को मान सम्मान में वृद्धि कराने वाला रहेगा. कन्या राशि वालों के काम को सराहा जाएगा. घर परिवार में भी मान सम्मान प्राप्त होगा. दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी. परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा.


बुध की अशुभता को दूर करने का उपाय
कन्या राशि के जिन जातकों की जन्म कुंडली में बुध कमजोर अवस्था में हैं उन्हे बुध कुछ परेशानियां दे सकते हैं. इस गोचर के दौरान बुध त्वचा संबंधी रोग या परेशानी दे सकते हैं. वाणी को खराब कर सकते हैं. तनाव में वृद्धि कर सकते हैं. जॉब और व्यापार में बाधा खड़ी कर सकते हैं. इसलिए बुध की अशुभता को दूर करने के लिए प्रत्येक बुधवार को गणेश जी की पूजा करें. गाय को हरी घास खिलाएं. बच्चों को शिक्षा सामग्री का दान करें.


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