Meen Rashi Mangal Gochar 2020: मीन राशि में 4 अक्टूबर 2020 को मंगल का ग्रह का राशि परिवर्तन हो रहा है. विशेष बात ये है कि मंगल ग्रह अभी मेष राशि में ही गोचर कर रहा है. मंगल का मीन राशि में आने से मेष राशि पर इसका विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा.


पंचांग के अनुसार 4 अक्टूबर को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन रविवार है और चंद्रमा मेष राशि में ही गोचर कर रहा है. सूर्य इस दिन कन्या राशि में गोचर करेगा.


मंगल का फल
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को सेनापति का दर्जा प्राप्त है. मंगल को ग्रहों को सेनापति माना गया है. मंगल अपने लक्ष्य को निरंतर प्रयासरत रहता है. मंगल साहस और निडरता का प्रतीक है. जब मंगल जन्म कुंडली में शुभ अवस्था हो तो व्यक्ति निडर और साहसी होता है. ऐसे लोग सेना और पुलिस में उच्च पद प्राप्त करते हैं. वहीं मंगल अशुभ हो तो व्यक्ति को क्रोधी बना देता है जिस कारण व्यक्ति अपना सबकुछ खो देता है. अशुभ मंगल दांपत्य जीवन में भी मुश्किलें पैदा करता है. तनाव, विवाद और तलाक की स्थिति भी मंगल के कारण ही बनती है.


मेष राशि में मंगल का गोचर 24 दिसंबर को होगा
मंगल ग्रह अभी व्रकी अवस्था में यानि मंगल अपनी उल्टी चाल चल रहा है. व्रकी अवस्था में ही मंगल का मीन राशि में गोचर होने जा रहा है. मंगल 4 अक्टूबर 2020 को प्रात: 10 बजकर 06 मिनट पर व्रकी होकर स्वराशि मेष से मीन राशि में आ रहे हैं. मीन राशि में मंगल 14 नवंबर को प्रात: 6 बजकर 06 मिनट पर एक बार फिर मार्गी होगा. इसके बाद 24 दिसंबर 2020 को मंगल एक बार फिर स्वराशि मेष में चला जाएगा. मीन राशि में मंगल 81 दिनों के लिए आ रहा है.


मेष राशिफल
मीन राशि में मंगल के जाने से मेष राशि वालों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. मंगल कोई रोग भी दे सकता है. मेष राशि वालों को इस दौरान आंख या रक्त संबंधी कोई दिक्कत हो सकती है. इस दौरान तनाव से मुक्ति मिलेगी. धन के मामले में भी लाभ हो सकता है. इस दौरान क्रोध से बचें. विनम्रता बनाएं रखें. मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें चोला चढ़ाएं.


मासिक पंचांग: अक्टूबर में कब है नवरात्रि का पर्व, परम एकादशी, अग्रसेन जंयती और दशहरा, यहां जानें