Mesh Rashifal: मेष राशि में मंगल ग्रह विराजमान हैं. मेष राशि में मंगल ने 16 अगस्त को प्रवेश किया था. मेष मंगल की उच्च राशि में है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह अपनी उच्च राशि में विराजमान होता है तो शुभ फल प्रदान करता है. लेकिन जब कोई अशुभ ग्रह की दृष्टि इस पर पड़ती है तो इसके फल प्रभावित होने लगते हैं.


मेष राशि पर है बृहस्पति और केतु की नजर
मेष राशि पर मंगल के साथ देव गुरु बृहस्पति और पाप ग्रह केतु की भी दृष्टि पड़ रही है. जो मेष राशि वालों के शुभ फलों को प्रभावित कर रही है. मंगल उग्र ग्रह है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य, चंद्र और बृहस्पति से इसकी मित्रता है.


मंगल का स्वभाव
मंगल सौरमंडल का चौथा ग्रह है. इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है. संस्कृत भाष में मंगल को अंगारका कहा गया है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल की उत्पत्ति पृथ्वी से हुई है. इसलिए मंगल को भौम भी कहा जाता है. मंगल को एक क्रूर ग्रह कहा गया लेकिन यह साहस और धैर्य का भी कारक है.


मेष राशिफल: मेष राशि में मंगल का गोचर कई मामले में शुभ है. मंगल का गोचर मेष राशि के जातकों में आत्मविश्वास की वृद्धि करेंगा और धैर्य के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा. इस दौरान मेष राशि वाले प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करेंगे. सेना और पुलिस से जुड़े लोगों को प्रमोशन और पुरस्कार प्राप्त होंगे.


दांपत्य जीवन: मेष राशि वालों को मंगल के गोचर के दौरान तर्क और विर्तक करने से बचना होगा. इस समय उतार चढ़ाव आते रहेंगे.


जॉब और करियर: मंगल का गोचर लाभकारी है लेकिन 10 सितंबर के बाद सावधानी बरतने की जरुरत है. इस दौरान क्रोध से बचें. क्योंकि 10 सितंबर के बाद मंगल मेष राशि में ही वक्री हो जाएगा. 4 अक्टूबर को मेष राशि से मंगल मीन राशि में आ जाएगा. इसलिए इस दौरान लेनदेन संबंधी मामलो में सावधानी बरतें.


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