(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मिथुन राशि वाले मासिक शिवरात्रि पर शिव पूजा से दूर कर सकते हैं राहु की अशुभता
Mithun Rashi: मिथुन राशि में राहु का गोचर चल रहा है. जन्म कुंडली में जब राहु की स्थिति खराब होती है तो राहु जॉब, बिजनेस और धन के मामलों में परेशानी खड़ा करता है.
Gemini Horoscope 2020: मिथुन राशि में राहु का गोचार चल रहा है. 23 सितंबर 2020 को राहु मिथुन राशि को छोड़कर वृषभ राशि में गोचर करेगा. लेकिन जाते जाते राहु मिथुन राशि के जातकों को कुछ परेशानी दे सकता है. हालांकि, इस परेशानी से बचा भी जा सकता है.
15 सितंबर 2020 को मासिक शिवरात्रि का पर्व है. शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है. शिवभक्त इस शिवरात्रि पर भगवान शिव का व्रत रखकर पूजा और अभिषेक करते हैं. मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि पर विधि पूर्वक पूजा करने और व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करते हैं. इसी से राहु की अशुभता को भी दूर किया जा सकता है. भगवान शिव की पूजा से राहु-केतु शुभ फल प्रदान करने लगता है.
राहु का फल
ज्योतिष शास्त्र में राहु को एक पाप ग्रह माना गया है. राहु को छाया ग्रह भी कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब जन्म कुंडली में राहु खराब अवस्था में होता है तो व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. व्यक्ति के हर काम में बाधा आती है. कम बनते नहीं है. धनहानि होती है और जमा पूंजी नष्ट होने लगती हैं. रोग घेर लेते हैं. दांपत्य जीवन में परेशानी आती है. व्यक्ति गलत संगत में फंस जाता है और नशा आदि में लिप्त हो जाता है. इसलिए राहु को ठीक करना बहुत जरुरी हो जाता है.
ऐसे दूर करें राहु की अशुभता
मिथुन राशिफल से राहु की विदाई होने जा रही है. 23 सितंबर 2020 से राहु मिथनु राशि को छोड़कर वृषभ राशि में आ जाएगा. जाते जाते राहु मिथुन राशि के जातकों को हानि पहुंचा सकता है. मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने से इस हानि से काफी हद तक बचा जा सकता है. कुुंडली में राहु अशुभ होने पर आने वाले दिनों में मिथुन राशि के जातकों को मानसिक तनाव, धन हानि और रोग आदि दे सकता है.
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