Shukra Grah: वृष राशि और तुला राशि का स्वामी शुक्र को माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह को शुभ माना गया है. जन्म कुंडली में शुक्र यदि शुभ हो तो व्यक्ति को भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुख प्राप्त होते हैं. शुक्र ग्रह शुभ होने पर व्यक्ति लग्जरी लाइफ जीता है. शुक्र प्रधान व्यक्ति कला, सौंदर्य प्रेमी होती है. शुक्र को मनोरंजन, प्रोडक्शन हाउस और फैशन का भी कारक माना गया है.
शुक्र की उच्च राशि मीन है और कन्या राशि शुक्र की नीच राशि मानी गई है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी है. शुक्र की बुध और शनि से मित्रता है. सूर्य और चंद्रमा को शुक्र का शत्रु माना गया है.
शुक्रवार को करें उपाय
शुक्र को मजबूत बनाने के लिए शुक्रवार का दिन उत्तम माना गया है. शुक्रवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए. पौराणिक कथा के अनुसार शुक्र को दानवों का गुरू कहा गया है. शुक्र को शुक्राचार्य भी कहा जाता है. देवताओं के गुरू बृहस्पति ग्रह को माना गया है. शुक्राचार्य को परम शिव भक्त माना गया है. इसलिए शुक्रवार को भगवान शिव की पूजा करने से शुक्र की अशुभता कम होती है. वहीं जल की बरबादी करने से भी शुक्र कमजोर होता है, इसलिए जल संचय को लेकर व्यक्ति को गंभीर रहना चाहिए.
महिलाओं का सम्मान करने से शुक्र होता है मजबूत
शुक्र ग्रह यदि कमजोर या अशुभ हो तो महिलाओं का भूलकर भी अपमान नहीं करना चाहिए. जो लोग महिलाओं को आदर देते हैं और सम्मान करते हैं उनका शुक्र सदैव शुभ रहता है.
गलत संगत और आदतों से दूर रहें
शुक्र को शुभ बनाना है तो गलत आदतों का त्याग करना चाहिए. व्यक्ति यदि बुरी संगत में रहता है तो बुरे ग्रहों का प्रभाव बड़ जाता है. इस दशा में यदि शुक्र शुभ है तो वह अच्छे फल नहीं देता है, बल्कि खराब फल प्रदान करता है.
शुक्र का मंत्र: ओम द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
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