Ketu Gochar 2020: वृश्चिक राशि में केतु आ रहा है. केतु का नाम सुनकर ही डर लगने लगता है. क्योंकि ज्योतिष में केतु को एक पाप ग्रह माना गया है. लेकिन केतु हर समय अशुभ फल प्रदान करे ऐसा बिल्कूल भी नहीं है. केतु कई मामलों में शुभ फल भी प्रदान करता है. केतु को मायावी ग्रह भी माना गया है. केतु का यह राशि परिवर्तन सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन वृश्चिक राशि पर इसका प्रभाव अधिक होगा,क्योंकि वृश्चिक राशि में केतु का परिवर्तन हो रहा है.
कब हो रहा है केतु का राशि परिवर्तन
वृश्चिक राशि में केतु का राशि परिवर्तन 23 सितंबर 2020 को होने जा रहा है. इस दिन प्रात: 8 बजकर 20 मिनट पर धनु राशि से निकल कर केतु वृश्चिक राशि में आ जाएगा. वृश्चिक राशि में केतु 12 अप्रैल 2022 सुबह 8:44 बजे तक रहेगा.
केतु का स्वभाव
वैदिक ज्योतिष में केतु को एक रहस्यमय ग्रह माना गया है. केतु जब शुभ होता है तो जीवन अचानक लाभ देता है. व्यक्ति फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है. वहीं जब ये अशुभ होता है तो राजा को भी रंक बना देता है. यही केतु का स्वभाव है. केतु व्यक्ति को खोजी बनाता है.
वृश्चिक राशिफल
वृश्चिक राशि के लिए केतु का यह गोचर लाभ देने वाला होगा लेकिन कुछ चीजों में सर्तकता बरतनी होगी. जन्म कुंडली में केतु की स्थिति से भी शुभ-अशुभ फल प्रदान होंगे.
जॉब और बिजनेस: केतु का यह परिवर्तन वृश्चिक राशि वालों को जॉब और बिजनेस में संषर्घ की स्थिति पैदा करेगा. लेकिन केतु परिश्रम का फल जरुर प्रदान करेगा. केतु इस दौरान जॉब दिला सकता है. जो लोग जॉब में हैं उनकी जॉब में बदलाव भी करा सकता है. व्यापार में वृश्चिक राशि वालों को अचानक लाभ की स्थिति प्रदान करेंगा.
दांपत्य जीवन: वृश्चिक राशि वालों के लिए केतु का गोचर दांपत्य जीवन में खुशी लेकर आएगा. जीवन साथी का पूरा साथ मिलेगा. लव पार्टनर को लेकर चिंता रहेगी. मानसिक तनाव भी हो सकता है.
सेहत: वृश्चिक राशि वालों को केतु सेहत से संबंधित कोई ऐसी दिक्कत देता दे सकता है जो परेशान कर सकती है. त्वचा और पैरों से संबंधित समस्या भी दे सकता है. इसलिए सावधानी बरतें.
उपाय: वृश्चिक राशि वालों को केतु का शुभ फल प्राप्त करने के लिए बुधवार को गणेश जी पूजा करें. प्रदोष व्रत और मासिक शिव रात्रि का व्रत रखने से भी लाभ होगा. नशा और बुरी संगत से बचें.
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